लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के जानें-माने कई मीट कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीमें ने एक साथ छापा मारा। ये रेड सोमवार को शुरू हुई, जो बुधवार को भी जारी है। इनकम टैक्स के साथ जीएसटी की टीमें भी हैं। ये छापेमारी संभल, बरेली और हापुड़ और गाजियाबाद में हुई। आईटी की टीमें संभल के मीट कारोबारी हाजी इमरान और हाजी इरफान के घर और फैक्ट्री पर पहुंची। इरफान इंडिया फ्रोजन फूड के मालिक हैं। दोनों भाइयों का एक हजार करोड़ के करीब का कारोबार है। आईटी ने दोनों भाईयों के अलावा कंपनी के 4 बड़े अफसरों के आवास पर भी रेड डाली है।
इनकम टैक्स ने यूपी के कई शहरों में सोमवार की सुबह छापेमारी शुरू की। आईटी की टीमें संभल के सरायतरीन निवासी मीट कारोबारी हाजी इमरान और हाजी इरफान के घर और गांव चिमियावली स्थित मीट फैक्टरी पर रेड मारी। सोमवार को शुरू हुई छापेमारी मंगलवार को भी जारी रही। मोहल्ला नाला निवासी रिश्तेदार और चमन सराय निवासी कर्मचारी के घर पर छानबीन मंगलवार की शाम तक पूरी हो गई और टीमें लौट गईं। चर्चा है कि बड़ी आयकर चोरी सामने आ सकती है। हालांकि इसकी पुष्टि छानबीन पूरी होने के बाद ही होगी। मीट कारोबारी के घर और फैक्टरी पर छानबीन बुधवार तक होने की चर्चा चल रही है।
इनकम टैक्स की टीमें सोमवार की सुबह चार बजे मीट फैक्टरी, मीट कारोबारी के घर, कर्मचारी के घर और रिश्तेदार के घर छानबीन शुरू की थी। मंगलवार की देररात तक मीट कारोबारी के घर और मीट फैक्टरी में छानबीन जारी रही। इन दोनों ही स्थानों पर 80 से ज्यादा अधिकारी व कर्मचारी होने की बात सामने आ रही है। मीट फैक्टरी में 100 से ज्यादा कर्मचारी हैं, जिनको बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। इसी तरह मीट कारोबारी के घर से कोई सदस्य बाहर नहीं निकला है। ऐसी चर्चा है कि फैक्ट्री में काम करने वाले 100 से अधिक मजदूर-कर्मचारी फैक्ट्री के अंदर हैं। इनकम टैक्स के अधिकारी उन्हें बाहर नहीं निकलने दिया। मंगलवार को दिन में कई बार मजदूर गेट तक पहुंचे लेकिन पुलिस ने उनको बाहर नहीं जाने दिया।
शहर के एक होटल से 160 लोगों के लिए थाली पैक होकर गई थी। इससे स्पष्ट है कि अधिकारियों के साथ कर्मचारियों की संख्या छानबीन में ज्यादा है। यह खाना सोमवार की रात को गया था। टीम के सदस्य ही लेने के लिए पहुंचे थे। मंगलवार को भी खाना फैक्टरी में जाते हुए देखा गया लेकिन वह किस होटल से मंगाया गया था यह स्पष्ट नहीं हो सका। मीट फैक्टरी से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि फैक्टरी के अंदर भी खाना बनाने की व्यवस्था है। मीट कारोबारी की आय की छानबीन करने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों का बड़ा काफिला पहुंचा है। सोमवार को 70 से ज्यादा कारें चार स्थानों पर दिखाई दीं। जिसमें 100 से ज्यादा अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। कुछ अधिकारी व कर्मचारी सोमवार की सुबह 10 बजे से पहले पहुंचे।
मीट फैक्टरी में सोमवार की सुबह से कार्रवाई शुरू की गई है। लेकिन फैक्टरी में रविवार की रात से ही कागजी कार्रवाई को बड़े स्तर पर किया जा रहा था। सूत्रों का कहना है कि रविवार की रात में कागजी कार्रवाई को पूरा करने में कई लोग लगे थे। फैक्टरी में सूचना फैली गई थी कि कोई टीम आएगी। लेकिन टीम कौन सी आएगी, इसकी जानकारी नहीं थी। माना जा रहा है कि मीट कारोबारियों को अंदेशा था कि कार्रवाई होगी। इसलिए ही उन्होंने कागजी कार्रवाई पूरी की लेकिन सोमवार की सुबह में ही रेड पड़ गई। फिलहाल ऐसी चर्चा है कि मीट कारोबारी के ठिकानों पर बुधवार को भी आईटी की कार्रवाई जारी है। मीट कारोबारी के ठिकानों के बाहर अब पुलिस मुस्तैद है। फिलहाल बुधवार को भी फैक्ट्री से कोई बाहर नहीं निकला।