Indian Women’s Cricket Team Rewarded After Historic Win:भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वो मुकाम हासिल कर लिया जिसका इंतज़ार देश पिछले कई दशकों से कर रहा था। नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम की। इस जीत ने न केवल मैदान पर इतिहास रचा बल्कि देशभर में खुशी की लहर दौड़ा दी। हर गली, हर शहर में शेरनियों की इस जीत का जश्न मनाया जा रहा है।
BCCI और ICC की ओर से इनामों की बारिश
वर्ल्ड कप खिताब जीतने के बाद टीम इंडिया पर इनामों की बौछार हो गई है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने विजेता टीम को करीब 4 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 33 करोड़ रुपये की राशि दी है। वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने खिलाड़ियों की खुशी दोगुनी करते हुए 51 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोनस देने की घोषणा की। इस तरह कुल 84 करोड़ रुपये की इनामी राशि खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के बीच बांटी जाएगी।
कौन कितना इनाम पाएगा?
रिपोर्ट्स के अनुसार, टीम की हर खिलाड़ी को लगभग 9 करोड़ रुपये तक का इनाम दिया जाएगा। कप्तान और उपकप्तान को उनके शानदार नेतृत्व के लिए अतिरिक्त बोनस भी मिलेगा। वहीं कोचिंग टीम, जिसमें हेड कोच, बॉलिंग और फील्डिंग कोच शामिल हैं, उन्हें 3 से 4 करोड़ रुपये तक का हिस्सा दिया जाएगा। एनालिस्ट, फिजियो और सपोर्ट स्टाफ को भी लाखों से लेकर करोड़ों तक की राशि दी जा रही है।
टैक्स के बाद कितनी रकम पहुंचेगी खिलाड़ियों तक
अब बात उस हिस्से की जो हर किसी की जेब से जुड़ी है। टैक्स! खिलाड़ियों को इनामी राशि पर लगभग 30% टैक्स देना होगा। यानी अगर किसी खिलाड़ी को 9 करोड़ रुपये मिले हैं, तो टैक्स कटने के बाद उसके खाते में लगभग 6 करोड़ 30 लाख रुपये पहुंचेंगे। इसके बावजूद, यह इनाम उनके करियर की सबसे बड़ी आर्थिक उपलब्धियों में से एक माना जा रहा है।
इनाम बांटने की प्रक्रिया
ICC द्वारा दी गई इनामी राशि सीधे प्रत्येक देश के क्रिकेट बोर्ड को सौंपी जाती है। इसके बाद संबंधित बोर्ड यह तय करता है कि खिलाड़ियों, कोचों और सपोर्ट स्टाफ के बीच रकम कैसे बांटी जाए। इस बार BCCI ने न केवल ICC की राशि को बराबरी से बांटा, बल्कि अपनी तरफ से भी बोनस देकर खिलाड़ियों में नई ऊर्जा भर दी है।
इस जीत ने भारतीय महिला क्रिकेट को नई पहचान दी है। करोड़ों रुपये का इनाम सिर्फ एक पुरस्कार नहीं, बल्कि उन वर्षों की मेहनत, संघर्ष और समर्पण का सम्मान है, जिसने भारत को विश्व क्रिकेट के शिखर पर पहुंचाया है।
