IndiGo Flight Emergency Landing बुधवार को इंडिगो एयरलाइंस की कोलकाता से श्रीनगर जाने वाली फ्लाइट 6E-6961 को अचानक आपात स्थिति में वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा। विमान के फ्यूल टैंक में लीक की जानकारी मिलने के बाद यह कदम उठाया गया। राहत की बात यह रही कि विमान में सवार सभी 166 यात्री और क्रू सदस्य सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए।
वाराणसी पुलिस और एयरपोर्ट प्रशासन की तत्परता
वाराणसी पुलिस ने बताया कि गोमती जोन की ओर से सूचना मिली थी कि इंडिगो की फ्लाइट में फ्यूल लीकेज की शिकायत दर्ज हुई है। इसके बाद शाम 4:10 बजे विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। एयरपोर्ट की सुरक्षा टीम और दमकलकर्मी पहले से ही रनवे पर तैयार थे। जैसे ही विमान उतरा, सभी यात्रियों को सावधानीपूर्वक उतारकर एयरपोर्ट के एराइवल एरिया में सुरक्षित बैठाया गया।
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और सभी ऑपरेशन सामान्य रूप से फिर शुरू कर दिए गए हैं। तकनीकी टीम विमान की पूरी तरह जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आगे उड़ान के दौरान कोई खतरा न रहे।
पायलट की समझदारी से टली बड़ी घटना
जानकारी के मुताबिक, जैसे ही पायलट को फ्यूल टैंक में लीक का अंदेशा हुआ, उन्होंने तुरंत वाराणसी एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क किया। उन्होंने पूरी स्थिति समझाई और आपातकालीन लैंडिंग की अनुमति मांगी। अनुमति मिलते ही विमान को तुरंत वाराणसी की ओर मोड़ दिया गया और शाम 4:10 बजे वह सुरक्षित रूप से रनवे पर उतारा गया।
इसके बाद इंडिगो की तकनीकी टीम मरम्मत के काम में जुट गई। एयरपोर्ट प्रशासन ने बताया कि विमान की तकनीकी खामी दूर होने के बाद इसे अपने गंतव्य श्रीनगर के लिए रवाना किया जाएगा।
पहले भी हो चुकी है तकनीकी समस्या
यह पहली बार नहीं है जब इंडिगो की फ्लाइट में तकनीकी दिक्कत आई हो। 10 अक्टूबर को इंडिगो की एक और फ्लाइट 6E-7253 में उड़ान के दौरान फ्रंट ग्लास में दरार आ गई थी। यह विमान मदुरै से चेन्नई जा रहा था। लैंडिंग से कुछ देर पहले पायलट ने दरार देखी और तुरंत चेन्नई एयरपोर्ट एटीसी से इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी। लैंडिंग के बाद सभी यात्री सुरक्षित उतारे गए और विमान को बे एरिया में मरम्मत के लिए भेज दिया गया था।
यात्रियों की सुरक्षा बनी प्राथमिकता
एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस घटना के बाद सभी संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।