Deportation of illegal immigrants from America अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 205 भारतीयों को लेकर एक विशेष विमान बुधवार को अमृतसर पहुंचेगा। अमेरिकी सेना का सी-17 विमान सुबह 9 बजे श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करेगा।
यह पहला राउंड है, जिसमें इन भारतीयों को वापस भेजा जा रहा है। इसके बाद भी सैकड़ों लोगों को लौटाने की तैयारी है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, पहले चरण में 5000 भारतीयों को भेजने की योजना है।
एयरपोर्ट पर होगी कड़ी जांच
अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचते ही सभी 205 भारतीयों की जांच की जाएगी। उनके दस्तावेजों और क्रिमिनल रिकॉर्ड की पड़ताल होगी, ताकि अगर किसी का अपराध से संबंध पाया गया तो उसे वहीं गिरफ्तार कर लिया जाए। कहा जा रहा है कि इनमें से कुछ ऐसे लोग भी हो सकते हैं, जो भारत में अपराध कर अमेरिका भाग गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 20 गैंगस्टर ऐसे हैं, जो अमेरिका में बैठकर पंजाब में आपराधिक गतिविधियां चला रहे थे। अब पंजाब पुलिस को उम्मीद है कि अमेरिका की इस कार्रवाई से इन अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सकेगा।
डंकी रूट से अमेरिका पहुंचे थे
अमेरिका इन लोगों को डंकी रूट से अवैध तरीके से पहुंचे प्रवासी मानता है। यह लोग कई देशों के रास्ते होते हुए, लाखों रुपये खर्च कर वहां पहुंचे थे। अब दस्तावेज न होने पर अमेरिका इन्हें चुन चुनकर वापस भेज रहा है।
अवैध प्रवासियों पर अमेरिका का सख्त एक्शन
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद अवैध प्रवासियों पर सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। ट्रंप सरकार ने सेना की मदद से बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां शुरू की हैं।
पंजाब और हरियाणा से हजारों युवा अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचे थे। इनमें से कई ने अपनी जमीनें बेचकर लाखों रुपये खर्च किए। अब ट्रंप सरकार ने साफ कर दिया है कि इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन अभियान चलाया जाएगा, जिससे बिना दस्तावेजों के रह रहे सभी लोगों को अमेरिका से बाहर निकाला जाएगा।
इतना ही नहीं, ट्रंप सरकार जन्म से नागरिकता देने के कानून को भी खत्म करने की योजना बना रही है। इससे उन लोगों के लिए भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जो अमेरिका में पैदा हुए हैं लेकिन उनके माता पिता के पास वैध दस्तावेज नहीं हैं।
राहुल गांधी ने डंकी रूट से गए युवक के परिवार से मुलाकात की थी हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले, 20 सितंबर 2024 को कांग्रेस नेता राहुल गांधी करनाल के घोघड़ीपुर गांव में एक युवक अमित मान के परिवार से मिलने पहुंचे थे।अमित मान अपनी जमीन बेचकर, घर गिरवी रखकर डंकी रूट के जरिए अमेरिका गया था। उसने वहां एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में ड्राइवर की नौकरी कर ली थी और अच्छी कमाई कर रहा था। लेकिन एक दुर्घटना के बाद उसकी हालत खराब हो गई। अब वह वापस अपने घर आना चाहता था।
अमेरिका दौरे के दौरान राहुल गांधी की अमित मान से मुलाकात हुई थी। तब राहुल ने उससे वादा किया था कि वह उसके परिवार से मिलने भारत आएंगे।
क्या होगा आगे
अब यह देखना होगा कि भारत लौटने वाले इन लोगों का भविष्य क्या होगा। सरकार इन लोगों को रोजगार के अवसर दिलाने में मदद करेगी या नहीं, यह बड़ा सवाल है।
अमेरिका की इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि अब अवैध तरीके से किसी देश में रहना आसान नहीं होगा। जो लोग बिना दस्तावेजों के विदेश जाने का सपना देख रहे हैं, उन्हें भी अब सावधान हो जाना चाहिए।