International news: बुरुंडी, अफ्रीका का एक छोटा सा देश है, जो अपनी खूबसूरती और संस्कृति के लिए जाना जाता है, लेकिन यह अब दुनिया के सबसे गरीब और खतरनाक देशों में से एक है। इसके पीछे कई वजहें हैं, जिनमें ऐतिहासिक, आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक कारण शामिल हैं।
ऐतिहासिक कारण
बुरुंडी पहले बेल्जियम का उपनिवेश था। बेल्जियम ने यहां तुत्सी जाति को ज्यादा सत्ता दी थी, जिससे हुतु जाति में असंतोष बढ़ा और दोनों जातियों के बीच तनाव बढ़ गया। इस कारण बुरुंडी में बहुत सी समस्याएं पैदा हुईं। 1962 में बुरुंडी को स्वतंत्रता मिली, लेकिन उस समय से यहां हिंसा और अस्थिरता बनी हुए है। 1993 से 2005 तक चला गृहयुद्ध लाखों लोगों की जान ले गया और देश को बर्बादी के कगार पर ला खड़ा किया।
आर्थिक कारण
बुरुंडी की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कृषि पर निर्भर है। लेकिन यहां कृषि की हालत बहुत खराब है, क्योंकि पानी की कमी और सूखा खेती को प्रभावित करते हैं। बुरुंडी में खनिज संपत्ति की कमी है, इसके अलावा, बुरुंडी अपनी अधिकांश जरूरतें विदेशी मदद पर निर्भर करता है, जिससे उसकी आर्थिक हालत और कमजोर हो रही है। भारी कर्ज और उसको चुकाने में मुश्किलें आ रही हैं।
राजनीतिक कारण
बुरुंडी में भ्रष्टाचार बहुत ज्यादा है। सरकारी सिस्टम इतना कमजोर है कि यह देश के विकास को रोकता है। कई बार यहां के चुनाव भी निष्पक्ष नहीं होते, और सरकार के खिलाफ असहमति होने पर हिंसा का सहारा लिया जाता है। बुरुंडी में मीडिया पर भी पाबंदी है और सरकार विरोधियों को दबाने के लिए हिंसा करती है।
सामाजिक कारण
बुरुंडी में शिक्षा की कमी है, जिससे यहां के लोग गरीब रहते हैं। स्वास्थ्य सेवाएं भी बहुत कमजोर हैं, और इस कारण बच्चों की मृत्यु दर बहुत ज्यादा है। बुरुंडी में खाद्य संकट और कुपोषण का समस्या भी है। इसके अलावा, जातीय विभाजन और असमानता के कारण यहां का समाज बहुत तनावपूर्ण है।
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
बुरुंडी में जलवायु परिवर्तन ने खेती पर बहुत बुरा असर डाला है। बढ़ते तापमान और सूखा फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। इसके अलावा, वनों की कटाई और भूमि कटाव की वजह से हालात और खराब हो गए हैं।
बुरुंडी को खतरनाक बनाने वाले कारण
बुरुंडी में हिंसा और संघर्ष की वजह से माहौल बहुत खतरनाक हो गया है। बुरुंडी में शिशु मृत्यु दर बहुत अधिक है, और यहां के लोग खाने के लिए भी संघर्ष करते हैं। इसके अलावा, यहां की समाजिक स्थिति और जातीय संघर्षों ने भी इस देश को बहुत कमजोर बना दिया है।