नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। खालिस्तानी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। भारत में आतंकी संगठन का पुलिस ठीक से ट्रीटमेंट कर रही है पर कनाडा के अलावा दूसरे देशों से इन्हें खाद-पानी मिल रहा है। इसी के कारण खालिस्तानी हर जगह अपनी ओछी हरकत दिखा ही देते हैं। इस बार ब्रितानिया हुकूमत के सामने खालिस्तानियों ने इंडिया के विदेश मंत्री संग हिमाकत का प्रयास किया। लंदन में खालिस्तानी समर्थकों ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के सामने भारतीय झंडे का अपमान किया और उसे फाड़ा। इतना ही नहीं, जयशंकर के साथ बदसलूकी और उन पर हमला करने की कोशिश भी की। जिसको लेकर भारत सरकार की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ब्रिटेन और आयरलैंड की छह दिवसीय यात्रा पर हैं। मंगलवार को जयशंकर ब्रिटेन पहुंचे और प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर से मुलाकात की। भारत के विदेश मंत्री के लंदन में होने की खबर से खालिस्तानी मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे। इसी दौरान जयशंकर अपन कार में बैठने लगते हैं, तभी एक एक खालिस्तानी समर्थक आगे बड़ता है। खानिस्तानी विदेश मंत्री एस जयशंकर की गाड़ी के पास पहुंच जाता है। उसने ब्रिटिश पुलिस अधिकारियों के सामने ही भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को फाड़ा। हालांकि, बाद में पुलिस अधिकारी उस खालिस्तानी को पकड़ लेते हैं और जयशंकर की गाड़ी आगे बढ़ जाती है। यह घटना बुधवार की है।
ब्रिटेन के लिए आयरिश का मुद्दा
लंदन में एस जयशंकर के सामने जो हुआ, वह पूरी तरह से सुरक्षा में चूक है। यह घटना ब्रिटिश सरकार की नाकामी को दर्शाती है। क्या आयरिश मुद्दे पर भी कीर स्टार्मर का यही स्टैंड रहता। क्या खालिस्तानियों की तरह अगर आयरिश भी अलग देश की मांग को लेकर प्रदर्शन करते तो क्या ब्रिटेन इसी तरह हाथ पर हाथ रखकर चुप रहता?। जिस तरह से भारत के लिए खालिस्तान का मुद्दा है, ठीक उसी तरह ब्रिटेन के लिए आयरिश का मुद्दा है। ब्रिटेन में भी स्वतंत्र आयरलैंड की मांग होती रही है।
ब्रिटेन ने फंडिंग की घोषणा की थी
यहां ध्यान देने वाली बात है कि कनाडा की तरह ब्रिटेन में भी खालिस्तानी उग्रवाद एक बड़ा मुद्दा है। जब ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे, तब खालिस्तानी उग्रवाद से निपटने के लिए ब्रिटेन ने फंडिंग की घोषणा की थी। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ने क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 95,000 पाउंड की घोषणा की थी। दोनों देशों के बीच जॉइंट एक्सट्रीमिज़्म टास्क फोर्स पहले से ही मौजूद है। ब्रिटेन ने उस समय कहा था कि लंदन में भारतीय उच्चायोग और उसके कर्मचारियों की सुरक्षा ब्रिटेन सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में चूक को लेकर गुरुवार को भारत की प्रतिक्रिया सामने आई है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा ‘हमने विदेश मंत्री की ब्रिटेन यात्रा के दौरान हुई सुरक्षा संबंधी चूक की घटना के फुटेज देखे हैं। हम अलगाववादियों और चरमपंथियों के इस छोटे समूह की, उकसावे वाली गतिविधियों की निंदा करते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अलगाववादियों और चरमपंथियों पर निशाना साधते हुए ब्रिटेन की सरकार को भी अपने दायित्वों को निभाने को कहा है।
6 दिवसीय यात्रा पर लंदन पहुंचे जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ब्रिटेन और आयरलैंड के साथ द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लंदन पहुंचे। ब्रिटेन यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर से मुलाकात की है और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के साथ उनकी मुलाकात में द्विपक्षीय सहयोग तथा रूस-यूक्रेन संघर्ष पर ब्रिटेन के दृष्टिकोण संबंधी मुद्दे रहे। इसके बाद जयशंकर ने अपने समकक्ष डेविड लैमी से मुलाकात की और मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ता, रणनीतिक समन्वय और राजनीतिक सहयोग पर बातचीत की।