Elon Musk Citizenship: टेस्ला के मालिक एलन मस्क की नागरिकता को लेकर कनाडा में नया विवाद खड़ा हो गया है। अरबपति उद्यमी Elon Musk के पास अमेरिका, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका की नागरिकता है, लेकिन अब उनकी कनाडाई नागरिकता पर खतरा मंडरा रहा है। कनाडा के विपक्षी सांसद चार्ली एंगस ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मांग की है कि मस्क की नागरिकता और पासपोर्ट रद्द किया जाए। सांसद ने इस मांग को मजबूत करने के लिए एक ऑनलाइन याचिका भी शुरू की है, जिसमें हजारों कनाडाई नागरिकों ने हस्ताक्षर किए हैं। इस बीच, ट्रंप प्रशासन के नए फैसले के चलते अमेरिका में नागरिकता कानून में भी बदलाव होने की खबरें आ रही हैं, जिससे यह विवाद और गहरा सकता है। मस्क की राजनीतिक टिप्पणियों और कनाडाई राजनीति में उनकी भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
कनाडा में क्यों बढ़ा मस्क का विरोध?
कनाडा में Elon Musk के खिलाफ गुस्सा तब बढ़ा जब उन्होंने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की इच्छा जताई। इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री ट्रूडो की आलोचना करते हुए विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोलीवरे का खुला समर्थन किया। इससे नाराज सांसद चार्ली एंगस ने आरोप लगाया कि मस्क अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के करीबी हैं और कनाडा की राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
सांसद एंगस ने कनाडाई संसद में यह मामला उठाते हुए कहा कि मस्क की गतिविधियां कनाडा की संप्रभुता के खिलाफ हैं। उन्होंने संसद में मांग रखी कि ट्रूडो सरकार Elon Musk की नागरिकता को रद्द करे। इसके समर्थन में हजारों कनाडाई नागरिकों ने ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं।
ट्रंप प्रशासन और मस्क पर आरोप
याचिका में आरोप लगाया गया है कि मस्क ने अपनी संपत्ति और प्रभाव का इस्तेमाल कर कनाडा के चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की। आरोप यह भी है कि वह अमेरिकी ट्रंप प्रशासन के सहयोग से कनाडा की राजनीति में हस्तक्षेप कर रहे हैं। याचिका में कहा गया, “एलन मस्क अब एक विदेशी सरकार के सदस्य बन गए हैं, जो कनाडा की संप्रभुता को नष्ट करने की कोशिश कर रही है।”
क्या Elon Musk की नागरिकता जाएगी?
इस याचिका को कनाडा की संसद में नए सत्र के दौरान प्रस्तुत किया जाएगा, जिसके बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। हालांकि, ट्रूडो सरकार इस पर क्या रुख अपनाएगी, यह देखना बाकी है। लेकिन यह विवाद मस्क की नागरिकता को लेकर एक नया मोड़ ला सकता है, जिससे उनकी प्रतिष्ठा और कारोबारी हितों पर असर पड़ सकता है।