नई दिल्लीः एक तरफ जहां रूस और यूक्रेन का विवाद विशेष चर्चा में है वही दूसरी तरफ अपने देश की व्यवस्था सुधारने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रूस दौरे पर जाकर कई एहम फैसले ले सकते है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के मुताबिक़ यह दौरा 24 तारीख़ तक रहेगा जहां इमरान खान रूस के राष्ट्रपति से मदद की गुहार लगा सकते हैं।
पाकिस्तान का यह दौरा काफी जरूरी माना जा रहा है, जिस तरीके से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डगमगा रही है उस हिसाब से अनुमान लगाया जा सकता है की इमरान खान की कोशिश कर्ज मांगने की ही होगी, जिससे वह पाकिस्तान के लोगो को महंगाई से थोड़ी राहत दिला सकें। 1999 के बाद पहली बार कोई पाकिस्तानी प्रधानमंत्री रूस के दौरे पर जा रहा है। इससे पहले मार्च 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ रूस गए थे। विदेशी मामलो के एक्सपर्ट्स के मुताबिक़ पुतिन इमरान खान की मौजूदगी का फायदा अपने प्रोपेगेंडा को पूरा करने में इस्तेमाल कर सकते है।
कुछ दिन पहले इमरान खान ने इस्लामाबाद के एक टीवी इंटरव्यू में रूस और यूक्रेन विवाद पर यह कहा था की “सारे मसले शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाए जा सकते हैं ,सैन्य संघर्ष में हम विश्वास नहीं रखते।
(उज्ज्वल चौधरी)