Gaza vs Israel : उत्तरी गाजा पर इजरायली सेना ने एक बार फिर से भीषण हमला किया है, जिसमें कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की आपातकालीन सेवा के अनुसार, यह हमला शनिवार रात उत्तरी शहर बेत लाहिया में हुआ। मारे गए लोगों में 11 महिलाएं और 2 बच्चे शामिल हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में दुख और आक्रोश का माहौल है।
लगातार हो रहे हमले
इजरायल पिछले कुछ दिनों से गाजा और लेबनान पर लगातार मिसाइल और जमीनी हमले कर रहा है। इन हमलों में नागरिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाव बना हुआ है। इस बीच ईरान ने गाजा और लेबनान में हो रहे इन हमलों के मद्देनजर संघर्ष विराम की अपील की है। ईरानी सेना ने शनिवार रात एक बयान जारी कर कहा कि उसे इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार है। हालांकि, उन्होंने संकेत दिए हैं कि ईरान इस संघर्ष को और बढ़ने से रोकने का प्रयास कर रहा है।
ईरान के अनुसार, इजरायल ने इराकी हवाई क्षेत्र का उपयोग कर “स्टैंड-ऑफ” मिसाइलों का इस्तेमाल किया है, जो ईरान के तीन प्रांतों में राडार स्थलों तक पहुंचे और उन्हें क्षति पहुंचाई। इन राडार स्थलों में से कुछ की मरम्मत पहले से ही जारी है।
इससे पहले 26 अक्टूबर को इजरायल ने ईरान के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला किया था, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और ईरान के बुनियादी ढांचे को भी नुकसान हुआ। इसके बाद ईरान ने इजरायल से बदला लेने की कसम खाई थी और इस हमले के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है।
शांति की अपील
गाजा और ईरान की ओर से हो रहे इन घटनाक्रमों के बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर भी दबाव बढ़ा है कि वह इस मुद्दे में हस्तक्षेप करे। कई संगठनों और देशों ने शांति बहाल करने की मांग की है। मानवाधिकार संगठनों ने दोनों पक्षों से आम नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आग्रह किया है। यह हमला न केवल मध्य पूर्व में अस्थिरता को और बढ़ा सकता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में, सभी की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं कि क्या यह तनावपूर्ण स्थिति किसी समाधान की ओर अग्रसर होगी या फिर संघर्ष और बढ़ेगा।