PM Justin Trudeau : कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के खालिस्तान समर्थन से सभी परिचित हैं। हालांकि, अब अचानक उन्हें कनाडा में रहने वाले हिंदुओं की याद आ गई है। उन्होंने हरदीप सिंह निज्जर जैसे आतंकवादी के लिए भारत-कनाडा संबंधों को संकट में डालने से भी परहेज नहीं किया। यही कारण है कि उनकी अपनी पार्टी अगले साल होने वाले चुनावों से पहले उन्हें पद से हटाने की योजना बना रही है। अब ट्रूडो हिंदुओं के प्रति भी अपना प्रेम प्रकट कर रहे हैं। सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि कनाडा के प्रधानमंत्री ने अपने सुर बदल लिए। इसका कारण है दिवाली का त्योहार।
कनाडा के पीएम ने दिवाली के अवसर पर एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि आज हम कनाडा और दुनिया भर में दिवाली का त्योहार मनाने वाले लोगों के साथ हैं। उन्होंने बताया कि दिवाली बुराई पर अच्छाई की, और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का जश्न मनाने का पर्व है। इस दिन परिवार मंदिरों में प्रार्थना करने, उपहारों का आदान-प्रदान करने, और देशभर में उत्सवों में भाग लेने के लिए इकट्ठा होंगे। घरों को मोमबत्तियों और दीयों से सजाया जाएगा और आसमान में आतिशबाजी का आनंद लिया जाएगा। दिवाली की रौशनी हमें सभी को अंधकार को परास्त करने और अपने उद्देश्य की खोज के लिए प्रेरित करती है।
भारत और कनाडा के संबंधों में आई दरार
भारत ने बार-बार यह आरोप लगाया है कि कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के लोग भारत में बढ़ते संगठित अपराध और खालिस्तानी आतंकवाद के पीछे शामिल हैं। हरदीप सिंह निज्जर और अन्य खालिस्तानी आतंकियों के बारे में जानकारी ट्रूडो सरकार को दी गई थी, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। उल्टे, ट्रूडो ने निज्जर की मौत का जिम्मा भारत के उच्चायुक्त पर डाल दिया। पिछले साल भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद भी ट्रूडो ने कोई सबक नहीं सीखा। इस साल उन्होंने भारतीय राजदूत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए समन भेज दिया, जिससे दोनों देशों के रिश्ते और खराब हो गए। अब उनकी पार्टी ट्रूडो को पद से हटाने के लिए गुप्त मतदान की योजना बना रही है। कई सर्वेक्षणों में अगले साल ट्रूडो की सरकार के गिरने की भविष्यवाणी की जा रही है।
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दिवाली पर क्या बोले जस्टिन ट्रूडो
कनाडा के प्रधानमंत्री ने दिवाली पर अपने बयान में कहा, “कनाडा में दिवाली का उत्सव हमारे इंडो-कनाडाई समुदाय के बिना संभव नहीं है। इंडो-कैनेडियन कनाडा के सर्वश्रेष्ठ समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं – वे कलाकार, उद्यमी, डॉक्टर और शिक्षक हैं, और व्यवसाय, समुदाय तथा संस्कृति में नेता के रूप में सक्रिय हैं। इस दिवाली, हम इन समुदायों और उनके द्वारा कनाडा में लाई गई रोशनी का जश्न मनाते हैं।”