PM Modi Jordan Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के विदेश दौरे के पहले चरण में जॉर्डन पहुंचे। जॉर्डन पहुंचने पर उनका बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया गया। खास बात यह रही कि जॉर्डन के राजा किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने शाही महल में द्विपक्षीय वार्ता के लिए आमंत्रित किया। यह मुलाकात सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से भी खास मानी जा रही है।
किंग अब्दुल्ला द्वितीय के शाही महल के पास ही एक ऐसा क्षेत्र मौजूद है, जिसे इस्लाम धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसी इलाके में पैगंबर मोहम्मद साहब की दाढ़ी का एक बाल सुरक्षित रखा गया है, जिसे मुस्लिम समुदाय में बेहद पाक माना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी इसी क्षेत्र में पहुंचे और अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की।
जॉर्डन की राजधानी अम्मान में स्थित प्रोफेट मोहम्मद म्यूजियम
जॉर्डन की राजधानी अम्मान में प्रोफेट मोहम्मद म्यूजियम स्थित है, जो इस्लामी इतिहास और आस्था से जुड़ा एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थल है। यह म्यूजियम किंग के शाही महल से लगभग 28 मिनट की दूरी पर है। माना जाता है कि यही वह जगह है, जहां पैगंबर मोहम्मद साहब की दाढ़ी का पवित्र बाल वर्षों से सुरक्षित रखा गया है। पीढ़ियों से इस अमूल्य धरोहर को पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ संरक्षित किया जा रहा है।
इस्लाम धर्म में यह जगह क्यों मानी जाती है पवित्र?
इस म्यूजियम की स्थापना जॉर्डन के शाही परिवार के संरक्षण में की गई थी। खास तौर पर किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने इसके विकास में अहम भूमिका निभाई। जॉर्डन खुद को लंबे समय से इस्लामी विरासत और पवित्र स्थलों का संरक्षक मानता रहा है। यह म्यूजियम रॉयल आल अल-बैत इंस्टीट्यूट फॉर इस्लामिक थॉट के अंतर्गत आता है।
यहां इस्लाम के पैगंबर से जुड़ी विरासत, उनके संदेश और ऐतिहासिक धरोहरों को सम्मान के साथ दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया है। म्यूजियम को आधुनिक तकनीक और पारंपरिक इस्लामी वास्तुकला के मिश्रण से तैयार किया गया है, ताकि आने वाले लोग इतिहास को सिर्फ देख ही नहीं, बल्कि महसूस भी कर सकें।
पैगंबर मोहम्मद साहब के जीवन और संदेशों की झलक
इस म्यूजियम में केवल पवित्र अवशेष ही नहीं रखे गए हैं, बल्कि पैगंबर मोहम्मद साहब के जीवन, उनके विचार, इस्लाम के मूल सिद्धांत, शांति, इंसाफ और मानवता का संदेश भी दर्शाया गया है। यहां ऐतिहासिक दस्तावेज, नक्शे और डिजिटल डिस्प्ले के माध्यम से इस्लाम के शुरुआती दौर की कहानी सरल तरीके से समझाई जाती है।
पीएम मोदी का यहां पहुंचना क्यों है खास?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस क्षेत्र में जाना भारत और जॉर्डन के रिश्तों को और मजबूत करता है। यह दौरा अलग-अलग सभ्यताओं के बीच संवाद और आपसी सम्मान का प्रतीक माना जा रहा है। भारत में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय रहता है, ऐसे में एक धर्मनिरपेक्ष देश के प्रधानमंत्री के रूप में पीएम मोदी का यह दौरा खास मायने रखता है।
