USAID layoffs: ट्रंप का बड़ा वार! USAID में 2000 की छंटनी, हजारों कर्मचारी छुट्टी पर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने USAID पर कड़ा फैसला लेते हुए 2000 कर्मचारियों को निकाल दिया और हजारों को छुट्टी पर भेज दिया। इस कदम से वैश्विक विकास अभियानों पर असर पड़ सकता है, जबकि कुछ मिशन-आवश्यक कर्मचारी काम करते रहेंगे।

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USAID layoffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा प्रशासनिक कदम उठाते हुए अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसी (USAID) के 2000 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है, जबकि हजारों अन्य कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब ट्रंप प्रशासन लगातार USAID में बदलाव की नीति अपना रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशासक कार्यालय द्वारा जारी एक ईमेल में यह स्पष्ट किया गया कि कार्यबल में कटौती के तहत हजारों कर्मचारियों को हटा दिया जाएगा। इससे पहले भी ट्रंप USAID को खत्म करने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन कानूनी अड़चनों के कारण अपने फैसले पर अमल नहीं कर पाए थे। अब प्रशासनिक आदेश के तहत अधिकांश कर्मचारियों को अवकाश पर भेज दिया गया है, जबकि कुछ को मिशन-आवश्यक कार्यों के लिए बनाए रखा गया है।

पहले भी उठाए गए थे ऐसे कदम

ट्रंप प्रशासन पहले भी USAID को खत्म करने की योजना बना चुका था, लेकिन कानूनी चुनौतियों की वजह से इसे रोक दिया गया था। हाल ही में एक संघीय अदालत ने यह स्पष्ट किया कि इस फैसले पर स्थायी रोक नहीं लगाई जा सकती। इस फैसले के बाद अब ट्रंप प्रशासन ने अपने अगले कदम के तहत छंटनी और प्रशासनिक अवकाश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। सूत्रों के मुताबिक, अरबपति एलन मस्क के नेतृत्व वाला सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) USAID को पूरी तरह समाप्त करने की योजना पर काम कर रहा है।

कर्मचारियों को भेजा गया छुट्टी पर

एपी की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार रात जारी किए गए एक आधिकारिक नोटिस में USAID के हजारों कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजने की जानकारी दी गई है। हालांकि, महत्वपूर्ण मिशन पर काम कर रहे कर्मियों और कुछ विशेष कार्यक्रमों से जुड़े लोगों को इस फैसले से छूट दी गई है। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कितने कर्मचारियों को इस श्रेणी में रखा गया है।

600 अमेरिकी कर्मचारी करेंगे मदद

USAID के उप प्रशासक पीट मारको के अनुसार, एजेंसी के कर्मचारियों और उनके परिवारों की विदेश यात्रा से जुड़ी व्यवस्थाओं को देखने के लिए 600 अमेरिकी कर्मचारी तैनात किए गए हैं। यह कदम उन कर्मचारियों की सहायता के लिए उठाया गया है जो इस फैसले से प्रभावित हुए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप प्रशासन USAID को लेकर अपनी योजना को कितनी दूर तक ले जाता है और इसका वैश्विक प्रभाव कितना गहरा होता है।

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