Jhansi: घने कोहरे की चादर में लिपटा झांसी-कानपुर नेशनल हाईवे, देर रात एक और बड़ा हादसा, वाहनों की रफ्तार पर लगी पूरी तरह से ब्रेक

पहाड़ों में हो रही बर्फबारी से मैदानी क्षेत्र भी प्रभावित हो रहे हैं। जहां बढ़ती ठंड के कारण लोग घर से निकलने में परहेज कर रहे है तो वहीं वाहनों की रफ्तार पर भी पूरी तरह से रोक लग गई है। ताजा मामला झांसी कानपुर नेशनल हाईवे का है। जहां पर घने कोहरे के कारण रोल्ड पर होल्ड जारी है। लगातार पांचवे दिन झांसी कानपुर नेशनल हाईवे पर घने कोहरे के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। बता दें कि लगातार पांचवे दिन हाईवे पर वाहनों की रफ्तार पर पूरी तरह से ब्रेक लगता हुआ दिखाई दिया।

घने कोहरे कारण देर रात हुआ भीषण सड़क हादसा

वहीं नेशनल हाईवे पर देर रात एक और भीषण सड़क हादसा हो गया। जिससे कई घंटे तक झांसी कानपुर मार्ग अवरूद्ध रहा। घटना की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची। जिसके बाद स्थानीय पुलिस और एनएचएआई के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के साथ दोनों ट्रकों को बीच सड़क से हटाया और उसके बाद यातायात सुचारू हो सका।

नेशनल हाइवे पर फर्राटा भरने वाले वाहन आपस में टकरा जाते है

बता दें कि रात 8 बजते ही घने कोहरे की मोटी परत नेशनल हाईवे की दोनों तरफ की सड़क को सुबह होने तक अपनी आगोश में लिए रहती है। घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी भी काफी कम हो जाती है। जिसके चलते नेशनल हाइवे पर फर्राटा भरने वाले वाहन आपस में टकरा जाते है। वाहनों की आपस में भिड़ंत होने से नेशनल हाइवे पर कई कई घंटे तक लम्बा जाम भी लग जाता है। इसके अलावा हाइवे पर बने पेट्रोल पंपों की सेल पर भी कोहरे की मार पड़ रही है।

यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की गति पर लगी लगाम

वहीं घने कोहरे के कारण यमुना एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहनों की गति 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक कम कर दी गई है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर सामान्य रूप से हल्के वाहनों की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम निर्धारित है। अब इस हल्के वाहनों की गति 75 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम कर दी गई है। भारी वाहन कम होने की वजह से भारी वाहनों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

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