Uttar Pradesh : दो शहर दो IT की raid नतीजा एक,कहां मिली करोड़ों की black money और पकड़ी गई कर चोरी

कानपुर और कन्नौज में आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। पान मसाला कारोबारी नवीन कुरेले के ठिकानों से 50 करोड़ की टैक्स चोरी और 12 करोड़ नकद बरामद हुए हैं। कन्नौज में चन्द्रवली एंड संस पर भी पहली बार कार्रवाई हुई है।

Kanpur IT raid on pan masala business

Kanpur IT raid on pan masala business कानपुर के बड़े पान मसाला कारोबारी नवीन कुरेले के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी का आज तीसरा दिन है। अब तक की जांच में करीब 50 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी गई है, जबकि 12 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए हैं। इतनी बड़ी रकम की गिनती के लिए नोट गिनने की मशीनें मंगाई गई हैं।

1000 से ज्यादा फर्जी कंपनियों का खुलासा

जांच में अब तक 1000 से ज्यादा फर्जी कंपनियों के कागजात मिले हैं, जिनमें से 100 से ज्यादा कंपनियां पान मसाला कारोबार से जुड़ी हुई हैं। अभी भी 20 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी जारी है। इस पूरी कार्रवाई में 100 से ज्यादा अधिकारी लगे हुए हैं। इसके अलावा, 28 संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 400 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

नवीन कुरेले के पड़ोसी से भी पूछताछ

आयकर विभाग की टीम नवीन कुरेले के पड़ोसी और जाने-माने कारोबारी दीपक कोठारी से भी पूछताछ कर रही है। दिलचस्प बात यह है कि दीपक कोठारी का घर भी कुरेले के घर के ठीक बगल में है। जांच में यह भी सामने आया है कि नवीन कुरेले का कारोबार नेपाल तक फैला हुआ है। फॉरेंसिक विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है, ताकि इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों की जांच की जा सके।

त्योहारों पर छापेमारी से व्यापारी नाराज

यह पहली बार नहीं है जब कुरेले परिवार पर आयकर विभाग ने छापा मारा है। इससे पहले दीपावली के समय भी उनके ठिकानों पर छापा पड़ा था। परिवार का कहना है कि त्योहारों के वक्त ही कार्रवाई क्यों की जाती है, जबकि सालभर में किसी भी समय जांच हो सकती है। व्यापारियों के बीच इसको लेकर नाराजगी देखी जा रही है। हालांकि, आयकर विभाग की कार्रवाई अभी जारी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।

कन्नौज में भी आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई

कानपुर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कन्नौज में भी बड़ी कार्रवाई हो रही है। यहां चन्द्रवली एंड संस के ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम लगातार तीसरे दिन जांच कर रही है। करीब 26 टीमें अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। गुरुवार को यहां भी नोट गिनने वाली मशीनें मंगवाई गईं, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि करोड़ों रुपये की काली कमाई सामने आ सकती है।

पुरानी इत्र कंपनी पर पहली बार छापा

चन्द्रवली एंड संस कन्नौज की पुरानी इत्र निर्माता कंपनी है। इसे वीरेंद्र दीक्षित ने शुरू किया था। उनके छह बेटे भी कारोबार में शामिल हैं। उन्होंने सिर्फ इत्र ही नहीं, बल्कि कोल्ड स्टोरेज, होटल, स्कूल और बाइक एजेंसी जैसे कई व्यवसाय खड़े किए। यही नहीं, जिले का पहला थ्री-स्टार होटल भी इसी परिवार ने बनाया।

राजनीतिक रसूख के चलते बचता रहा कारोबार

इस परिवार की राजनीति में भी गहरी पकड़ रही है। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जब भी कन्नौज आते थे, तो इस परिवार से जरूर मिलते थे। जब कल्याण सिंह ने भाजपा छोड़कर सपा का साथ लिया था, तब मनोज दीक्षित भी सपा में चले गए थे। हालांकि, परिवार का एक हिस्सा अब भी भाजपा से जुड़ा हुआ है।

इत्र नगरी कन्नौज में पहले भी कई बार आयकर और जीएसटी की छापेमारी हो चुकी है, लेकिन चन्द्रवली एंड संस पर कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। कानपुर के एसएनके पान मसाला पर छापा पड़ने के बाद उनके सहयोगियों की जांच शुरू हुई और चन्द्रवली एंड संस भी शक के घेरे में आ गई। अब यह भ्रम भी टूट गया कि इस परिवार पर कभी छापा नहीं पड़ेगा।

आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे संभव

आयकर विभाग को जांच में बड़ी गड़बड़ियों के सबूत मिले हैं। हालांकि, अभी तक मीडिया को ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। अब देखना होगा कि इन मामलों पर कब कोई आधिकारिक बयान सामने आता है। यह भी तय है कि आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।

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