KanpurTheft Case : 60 लाख के मोबाइल और नकदी पार सिर्फ 43 मिनट में पूरी वारदात, नकाबपोश चोर सीसीटीवी में कैद

कानपुर में कृष्णा कम्युनिकेशन मोबाइल शॉप से पांच नकाबपोश चोरों ने 43 मिनट में 50–60 लाख रुपये के मोबाइल और नकदी चोरी कर लिए। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई।

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Kanpur Mobile Shop Theft Case:कानपुर के गोविंदनगर थाना क्षेत्र में रविवार सुबह बड़ी चोरी की घटना सामने आई। थाने से करीब दो सौ मीटर दूरी पर स्थित कृष्णा कम्युनिकेशन मोबाइल शॉप का शटर उठाकर नकाबपोश चोरों ने लाखों के महंगे मोबाइल और नकदी चोरी कर ली। दुकान के मालिक नीरज बलेचा, जो कानपुर मोबाइल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं, सुबह दुकान पहुंचे तो पूरा सामान बिखरा हुआ मिला और तब घटना का पता चला। अनुमान है कि 55 से 60 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

सिर्फ 43 मिनट में वारदात, पांच चोर कैमरे में कैद

सीसीटीवी फुटेज के अनुसार पूरी चोरी 43 मिनट के भीतर की गई। सुबह 4:56 बजे पांच नकाबपोश युवक दुकान के बाहर दिखाई दिए। उन्होंने साथ लाए कंबल को शटर के सामने लगा दिया ताकि उनकी गतिविधियां कैमरे में साफ दिखाई न दें। इसके बाद उन्होंने शटर का ताला तोड़ दिया। चोरों में से एक युवक दुकान के अंदर गया, जबकि बाकी चार आसपास घूमते रहे। अंदर गया आरोपित मोबाइल फोन के डिब्बों को खोलकर महंगे फोन एक बैग में भरने लगा। यह प्रक्रिया लगभग 50 मिनट चली। सुबह 5:47 बजे बाकी चार युवक फिर दुकान के पास पहुंचे। उन्होंने एक बार फिर कंबल लगाकर शटर उठाया और अपने अंदर मौजूद साथी को बाहर निकाला। इसके बाद सभी चोर मौके से फरार हो गए।

सुबह कर्मचारी ने देखा टूटा ताला, पुलिस की टीमें मौके पर

दुकान मालिक नीरज के अनुसार, शनिवार रात वह समय पर दुकान बंद करके घर गए थे। रविवार सुबह जब कर्मचारी दुकान पहुंचे, तो शटर के ताले टूटे मिले। अंदर जाकर देखा तो पूरा सामान अस्त-व्यस्त था। सूचना पर डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी और पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें वारदात स्पष्ट दिखाई दे रही है। फुटेज में चोरों के हावभाव और उनकी गतिविधियां साफ नजर आ रही हैं।

चोरी में बिहार के गिरोह की आशंका

पीड़ित नीरज बलेचा के अनुसार चोरी हुए मोबाइलों की कीमत लगभग 50 लाख रुपये है, जबकि दुकान में रखी नकदी भी चोर ले गए। डीसीपी ने बताया कि आरोपितों की पहचान के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। घटना स्थल के आसपास कुछ संदिग्ध वाहनों की भी जांच की जा रही है।

पुलिस को शक है कि चोरी में किसी बाहरी राज्य के गिरोह, खासकर बिहार के अपराधियों का हाथ हो सकता है, क्योंकि इस तरह की वारदातें पहले भी इसी पैटर्न पर हुई हैं।

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