Friday, November 14, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home Breaking

Delhi CAG Report: जानिए, दिल्ली शराब घोटाले पर कैग रिपोर्ट में हुए क्या-क्या खुलासे

Delhi CAG Report: कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि नई शराब नीति में कई तरह की गड़बड़ियां की गईं, जिसके चलते दिल्ली सरकार को करीब 2,002.68 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।

Manish Pandey by Manish Pandey
February 25, 2025
in Breaking, Latest News, दिल्ली
Delhi CAG Report, Delhi liquor scam report

Delhi CAG Report, Delhi liquor scam report

491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शराब नीति से जुड़ी कैग की रिपोर्ट (Delhi CAG Report) पेश की। विधानसभा के पटल पर रखी गई इस कैग रिपोर्ट के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (आप) की तत्कालीन सरकार ने नई शराब नीति में कई तरह की गड़बड़ियां की, जिसके चलते दिल्ली सरकार को करीब 2,002.68 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।

कैग रिपोर्ट (Delhi CAG Report) के सामने आने के बाद दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी (आप) के कई नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दिल्ली के शराब घोटाले के मामले में अरविंद केजरीवाल, सिसोदिया समेत कई नेता आरोपी बनाए गए हैं। दोनों नेता कई महीनों तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में रह चुके हैं। फिलहाल इस मामले की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रही है।

RELATED POSTS

: Delhi liquor revenue vs milk earnings

Delhi का खज़ाना हुआ फुल शराब से कमाए हज़ार करोड़ और दूध से आए मात्र इतने

April 1, 2025
Delhi Assembly

Delhi Assembly Live: दिल्ली विधानसभा में शराब नीति पर CAG का बड़ा खुलासा, CM रेखा गुप्ता ने क्या कहा?

February 25, 2025

कैग रिपोर्ट में शराब घोटाले को लेकर क्या कुछ है…

1- सरकार को 2,002 करोड़ रुपये का घाटा (Delhi CAG Report)

गैर-अनुपालन क्षेत्रों में शराब की दुकानें न खोलने से 941.53 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। त्यागे गए लाइसेंसों की दोबारा नीलामी न करने से 890 करोड़ रुपये की हानि हुई। आबकारी विभाग के विरोध के बावजूद, जोनल लाइसेंसधारियों की फीस में 144 करोड़ रुपये की छूट दी गई। सुरक्षा जमा सही से न लेने के कारण 27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

2- लाइसेंसिंग नियमों का उल्लंघन (Delhi CAG Report)

कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि (Delhi CAG Report) दिल्ली आबकारी नियम, 2010 के नियम 35 को लागू नहीं किया गया। वही थोक विक्रेता, जो निर्माण और खुदरा व्यापार में भी हिस्सेदारी रखते थे, को लाइसेंस दिए गए, जिससे हितों का टकराव हुआ। पूरी शराब आपूर्ति श्रृंखला कुछ गिने-चुने कारोबारियों के हाथ में थी, जिससे बाजार पर उनका नियंत्रण हो गया।

3- थोक विक्रेताओं के मुनाफे में भारी बढ़ोतरी (Delhi CAG Report)

थोक विक्रेताओं का मार्जिन 5% से बढ़ाकर 12% कर दिया गया, यह कहकर कि गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशालाएं (क्वालिटी कंट्रोल लैब्स) बनाई जाएंगी। कोई सरकारी स्वीकृत प्रयोगशाला (लैब) स्थापित नहीं की गई। इस कदम से केवल थोक विक्रेताओं को फायदा हुआ और सरकार का राजस्व घट गया।

4- लाइसेंसधारियों की कमजोर जांच (Delhi CAG Report)

खुदरा लाइसेंस देने से पहले उनकी संपत्ति, वित्तीय स्थिति या आपराधिक रिकॉर्ड की जांच नहीं की गई। एक जोन संचालित करने के लिए 100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आवश्यक था, लेकिन वित्तीय पात्रता की कोई शर्त नहीं रखी गई। कई लाइसेंसधारियों की पिछले तीन वर्षों में आय शून्य या बहुत कम थी, जिससे राजनीतिक संरक्षण और प्रॉक्सी ओनरशिप की आशंका बढ़ी।

5 – विशेषज्ञों की सिफारिशों की अनदेखी (Delhi CAG Report)

आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने 2021-22 की नई आबकारी नीति बनाते समय अपनी ही विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों को नजरअंदाज कर दिया और इसका कोई उचित कारण नहीं बताया गया।

6- शराब कार्टेल का निर्माण (Delhi CAG Report)

पहले एक व्यक्ति को केवल दो दुकानें संचालित करने की अनुमति थी, लेकिन नई नीति में 54 स्टोर तक चलाने की अनुमति दी गई। इससे शराब व्यापार कुछ बड़े कारोबारियों के हाथों में चला गया, जिससे प्रतिस्पर्धा कम हो गई। 849 शराब दुकानों के लिए सिर्फ 22 निजी संस्थाओं को लाइसेंस दिए गए, जिससे बाजार में मोनोपॉली (एकाधिकार) बन गई।

7- मोनोपॉली और ब्रांड प्रमोशन को बढ़ावा (Delhi CAG Report) 

नई नीति के तहत निर्माताओं को केवल एक ही थोक विक्रेता से जुड़ने के लिए मजबूर किया गया, जिससे प्रतिस्पर्धा कम हो गई। सिर्फ तीन थोक विक्रेता (इंडोस्प्रीट, महादेव लिकर और ब्रिंडको) 71% शराब आपूर्ति को नियंत्रित कर रहे थे। ये तीनों थोक विक्रेता 192 ब्रांड्स की एक्सक्लूसिव सप्लाई के अधिकार रखते थे, जिससे ग्राहकों के पास कम विकल्प बचे और शराब की कीमतें बढ़ीं।

8 – कैबिनेट प्रक्रिया का उल्लंघन (Delhi CAG Report)

मुख्य छूट और रियायतें बिना कैबिनेट की मंजूरी के दी गईं। उपराज्यपाल (एलजी) से कोई परामर्श नहीं लिया गया, जिससे कानूनी प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ।

9- अवैध रूप से शराब की दुकानें खोलना (Delhi CAG Report)

रिहायशी और मिश्रित उपयोग वाले क्षेत्रों में एमसीडी और डीडीए की मंजूरी के बिना शराब की दुकानें खोल दी गईं। जोन-23 में 4 शराब की दुकानें गलत तरीके से व्यावसायिक क्षेत्र घोषित की गईं, जिससे 2022 में एमसीडी ने इन्हें सील कर दिया।

10- शराब की कीमतों में हेरफेर (Delhi CAG Report)

आबकारी विभाग ने एल 1 लाइसेंसधारियों को एक्स-डिस्टलरी प्राइस (ईडीपी) निर्धारित करने की अनुमति दी, जिससे शराब की कीमतें कृत्रिम रूप से बढ़ गईं।

11- शराब की गुणवत्ता परीक्षण में गड़बड़ी (Delhi CAG Report)

गुणवत्ता परीक्षण रिपोर्ट के बिना ही शराब बेचने की अनुमति दी गई। कुछ परीक्षण रिपोर्टें गैर-एनएबीएल प्रमाणित प्रयोगशालाओं से ली गईं, जिससे एफएसएसएआई मानकों का उल्लंघन हुआ। 51% विदेशी शराब मामलों में रिपोर्ट या तो पुरानी थी, गायब थी, या उस पर कोई तारीख ही नहीं थी। भारी धातुओं और मिथाइल अल्कोहल जैसी हानिकारक चीजों की उचित जांच नहीं हुई, जिससे स्वास्थ्य खतरा बढ़ा।

12- शराब की तस्करी पर ठोस कार्रवाई नहीं (Delhi CAG Report)

आबकारी खुफिया ब्यूरो (ईआईबी) ने शराब तस्करी रोकने के लिए कोई सक्रिय कदम नहीं उठाए। जब्त शराब का 65 प्रतिशत देसी शराब थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। एफआईआर में कुछ इलाकों में बार-बार तस्करी के मामले सामने आए, लेकिन सरकार ने इस पर कोई सख्त कदम नहीं उठाया।

13- वैध व्यापार को बढ़ावा (Delhi CAG Report)

आबकारी विभाग के पास असंगठित रिकॉर्ड थे, जिससे राजस्व नुकसान और तस्करी के पैटर्न को ट्रैक करना असंभव था। ब्रांड विकल्पों की कमी और शराब की बोतल के आकार की पाबंदियों के कारण अवैध शराब व्यापार बढ़ गया।

14- नीति का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई नहीं 

‘आप’ सरकार ने आबकारी कानूनों का उल्लंघन करने वाले लाइसेंसधारियों पर कोई दंड नहीं लगाया। शो-कॉज़ नोटिस खराब तरीके से तैयार किए गए, जिससे प्रवर्तन कमजोर हो गया। आबकारी छापेमारी मनमाने ढंग से की गई, जिससे कार्यान्वयन प्रभावी नहीं रहा।

15- लागू नहीं हुई ‘एक्साइज एडेसिव लेवल’ परियोजना

शराब की सत्यता सुनिश्चित करने और छेड़छाड़ रोकने के लिए प्रस्तावित ‘एक्साइज एडेसिव लेवल’ परियोजना लागू नहीं हुई। आधुनिक डेटा एनालिटिक्स और एआई का उपयोग करने के बजाय, आबकारी विभाग ने पुरानी ट्रैकिंग विधियों पर निर्भर किया।

Tags: CAG reportDelhi liquor Policy
Share196Tweet123Share49
Manish Pandey

Manish Pandey

Related Posts

: Delhi liquor revenue vs milk earnings

Delhi का खज़ाना हुआ फुल शराब से कमाए हज़ार करोड़ और दूध से आए मात्र इतने

by SYED BUSHRA
April 1, 2025

Liquor tax collection दिल्ली सरकार ने विधानसभा में बताया कि चालू वित्त वर्ष में शराब पर कर से 5,000 करोड़...

Delhi Assembly

Delhi Assembly Live: दिल्ली विधानसभा में शराब नीति पर CAG का बड़ा खुलासा, CM रेखा गुप्ता ने क्या कहा?

by Mayank Yadav
February 25, 2025

Delhi Assembly Live: दिल्ली विधानसभा का सत्र शुरू होते ही हंगामे का दौर शुरू हो गया। मंगलवार का दिन राजनीति...

CAG report

CAG report: यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं की बदरंग तस्वीर: कैग की रिपोर्ट में कई खामियां उजागर

by Mayank Yadav
December 20, 2024

UP health services CAG report: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर खामियां उजागर हुई हैं। 2021 की महालेखा परीक्षक...

Delhi Breaking: ‘शराब के दो दलाल, सिसोदिया और केजरीवाल’, बीजेपी ने फिर जारी किया पोस्टर

by Anu Kadyan
April 15, 2023

दिल्ली में एक बार फिर पोस्टर पॉलिटिक्स शुरु हो गई है। जहां बीजेपी ने एक ट्वीट किया है। जिसमें लिखा...

Delhi CM Kejriwal ने लगाए गंभीर आरोप, बोले- CBI, ईडी ने कोर्ट को गुमराह किया

by Ayushi Dhyani
April 15, 2023

नई दिल्ली: दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मनीष सिसोदिया को जमानत नहीं मिल रही है।...

Next Post
Mahashivratri

महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को भांग, धतूरे के साथ चढ़ाया जाता है बेलपत्र, जानें क्यों?

Hamas

Hamas statement: क्या 7 अक्टूबर हमले का हमास को है 'अफसोस' ? फिलिस्तीनी ग्रुप के अधिकारी का बड़ा बयान

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version