गुंबद पर उगे पीपल और जर्जर दीवारें
ताजमहल के मुख्य गुंबद पर पीपल का पौधा उग आया है, जो इस अद्वितीय धरोहर की देखरेख पर सवाल खड़े करता है। इसके अलावा, इमारत की कई दीवारों में दरारें आ चुकी हैं, और सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ताजमहल के मुख्य गुंबद से पानी टपकने की घटनाएं भी सामने आई हैं। इसके अलावा, ताजमहल के परिसर में मूत्र विसर्जन जैसी घटनाएं भी हुईं हैं, जो इस ऐतिहासिक स्थल की गरिमा को ठेस पहुंचा रही हैं।
ASI की सफाई
इन घटनाओं के बाद, ताजमहल की देखरेख करने वाली भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठे हैं। इन सवालों का जवाब देने के लिए यूपी Tak ने ASI के जॉइंट डायरेक्टर जनरल टीजे अलोन से खास बातचीत की। उन्होंने ताजमहल की दीवारों में दरारों के बारे में बताया कि, “दिन में गर्मी और रात में ठंड के कारण इमारतों में प्लास्टर छूट जाता है। यह सभी धरोहरों के साथ सामान्य है, और इसे हर साल रिपेयर किया जाता है।”
गुंबद पर उगे पौधों की सफाई
गुंबद पर उगे पौधों के बारे में बात करते हुए अलोन ने कहा, “पक्षी बीज खाते हैं और जब वे इमारतों पर बीट करते हैं, तो वहां पौधे उगने लगते हैं। हमारी टीम हर शुक्रवार को इन पौधों को हटाने का काम करती है, लेकिन कभी-कभी VIP मूवमेंट या अन्य कारणों से यह काम 2 हफ्ते तक नहीं हो पाता। पौधों को हटाने का काम भी आसान नहीं है, क्योंकि ताजमहल पर सीढ़ियां लगाना मुश्किल है। इसलिए रस्सों की मदद से हमारे कर्मचारी गुंबद पर चढ़कर सफाई करते हैं।”
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संरक्षण में चुनौतियां
टीजे अलोन ने यह भी कहा कि ASI का काम काफी जटिल है और उनके कर्मचारियों को इसे बहुत सावधानी से करना पड़ता है। इसलिए उनके काम पर सवाल उठाने के बजाय, उनकी सराहना की जानी चाहिए। हालांकि, इन घटनाओं ने ताजमहल की सुरक्षा और संरक्षण को लेकर ASI की जिम्मेदारियों पर नए सिरे से विचार करने की आवश्यकता को उजागर किया है।
क्या हो रहा है ताजमहल की सुरक्षा के लिए?
हालांकि ASI ने सफाई और संरक्षण के लिए नियमित कार्य योजना होने का दावा किया है, लेकिन हालिया घटनाओं ने इस योजना की प्रभावशीलता पर सवाल खड़ा कर दिया है। क्या ताजमहल जैसे अद्वितीय धरोहर की देखरेख के लिए और अधिक सख्त कदम उठाए जाएंगे? यह एक बड़ा सवाल है जो ताजमहल की मौजूदा स्थिति को देखते हुए उठ खड़ा हुआ है।