नई दिल्ली। फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास द्वारा शनिवार को इजरालय पर अचानक हमला किया गया और इसके बाद बॉर्डर में घुस कर इजरायली नागरिकों पर अत्याचार करने के बाद कई को बंधन बना लिया गया. इसके जवाब में इजारायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध का ऐलान कर दिया और फिलिस्तीन के आतंकी संगठनों के निशाने पर हमला करना शुरु कर दिया. युद्ध कर रहे इजरायल और फ्रांस में कई देशों के नागरिक फंसे हुए हैं, जिनकों सही सलामत निकालने के लिए उनकी सरकारें कोशिश कर रही हैं.
दो एग्जिट पोल से बाहर निकल रहे नागरिक
बता दें कि गाजा पट्टी में कई अमेरिकी नागरिक भी फंसे हुए हैं. इनको सही सलामत बाहर निकालने के लिए अमेरिका इजिप्ट से बात कर रहा है. इसके लिए गाजा पट्टी में दो एग्जिट पॉइंट बनाए गए हैं. एक एग्जिट पॉइंट इजरायल का है, वहीं दूसरा एग्जिट पॉइंट एजिप्ट से है. गाजा पट्टी में एयर स्ट्राइक से बचने के लिए इजिप्ट एग्जिट एक बेहतर पॉइंट हैं. इसलिए अमेरिका इजरायली सेना द्वारा ग्राउंड ऑपरेशन करने से पहले अपने नागरिकों को इजिप्ट एग्जिट पॉइंट से बाहर निकालना चाहता है, जिसके लिए अमेरिकी अधिकारी लगातार इजिप्ट से के संपर्क में हैं.
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प्रधानमंत्री मोदी ने किया इजरायल का सपोर्ट
बता दें कि 10 अक्टूबर यानी मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की थी. फोन पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े होने का जिक्र किया. इससे पहले भी पीएम ने ट्वीट करके इजरायल का सपोर्ट किया था और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के हमले की निंदा की थी. सबसे पहले 7 अक्टूबर की सुबह फिलिस्तीन के गाजा पट्टी से 20 मिनट में करीब 5000 रॉकेट छोड़े गए. इन रॉकेट के निशाने पर इजरायल था. इसके बाद हमास के आतंकी इजरायल में घुसपैठ कर 5 इजरायली सैनिक का अपहरण कर लिया.