नई दिल्ली: साउथ सिनेमा के साथ-साथ बॉलीवुड में भी अपनी अलग पहचान के लिए जाने-जानें वाले अभिनेता रजनीकांत (Rajinikanth) इन दिनों भगवान की शरण में माथा टेकते हुए नज़र आ रहे हैं। रजनीकांत फिल्मों के साथ-साथ आध्यात्म पर भी जोर देते हुए दिखाई दे रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही एक्टर को हिमालय की यात्रा करते हुए देखा गया था, लेकिन अब रजनी पवित्र गुफाओं की यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं।
73 साल की उम्र में रजनीकांत (Rajinikanth) का यूं पहाडों की चढ़ाई कर ईश्वर के दर्शन करने वाले इस सहासी कदम की हर कोई तारीफ कर रहा है। एएनआई से बात करने के दौरान रजनीकांत ने कहा, पूरी दुनिया को आध्यात्मिकता की जरूरत है, क्योंकि यह हर इंसान के लिए महत्वपूर्ण है। आध्यात्मिक का मतलब है शांति और सुकून का अनुभव करना और मूल रूप से इसमें ईश्वर में विश्वास करना शामिल है। हर साल मैं अपनी आध्यात्मिक यात्राओं से एक-एक अलग और नया अनुभव प्राप्त करता हूं।
आपको बता दें, इससे पहले रजनीकांत (Rajinikanth) को अबू धाबी में बने हिंदू मंदिर में जाकर माथा टेकते हुए देखा गया था। मंदिर से एक्टर का वीडियो हिंदू मंदिर के ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया गया था। इसके अलावा रजनीकांत को यूएई के संस्कृति और पर्यटन विभाग ने गोल्डन वीजा दिया है। गोल्डन वीजा मिलने के बाद रजनीकांत यूएई की सरकार और अपने दोस्त लुलु ग्रुप के चेयरमैन एमए यूसुफ अली का आभार व्यक्त करते हुए नज़र आए थे।
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वहीं बात अगर रजनीकांत के वर्कफ्रंट को लेकर करें तो, एक्टर ने वेट्टैयन फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली है। इस फिल्म में रजनीकांत अमिताभ बच्चन के साथ नज़र आने वाले हैं। रजनीकांत के करियर की यह 170वीं फिल्म है। अक्टूबर के महीने में इसी साल इस फिल्म को रिलीज किया जाएगा।