अवधेश प्रसाद (Ayodhya Rape Case)ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी के पास कोई महत्वपूर्ण काम नहीं है। देश के सामने महंगाई और रोजगार जैसे गंभीर मुद्दे हैं। हाल ही में लखनऊ में एक मोटरसाइकिल पर एक आदमी एक महिला को ले जा रहा था, लेकिन पानी भरने की वजह से वे गिर पड़े और मदद के लिए चिल्लाने लगे। इस दौरान कुछ लोग उन पर पानी फेंक रहे थे। वहां कम से कम 15-20 लोग थे। हमारे मुख्यमंत्री ने सिर्फ दो नाम लिए—एक यादव का और एक मुस्लिम का—जबकि उन 15-16 लोगों में हर जाति के लोग शामिल हैं।” सपा सांसद ने आगे कहा, “अपराधी की कोई जाति नहीं होती है। मेरी 45 साल की राजनीति में, मैंने कभी भी अपराध से जुड़े किसी व्यक्ति को अपनी ओर नहीं आने दिया और न ही किसी प्रकार की सहायता की।”
इसी के साथ उन्होंने कहा, “तस्वीरों के बारे में, हम राजनीति करते हैं और चुनाव के समय लाखों लोगों ने हमारे साथ फोटो खिंचवाई। लोग हमारे साथ सेल्फी लेते हैं। जब से मैं दिल्ली में हूं, रोजाना कम से कम 500 लोग मेरे साथ फोटो खिंचवाते हैं। इनमें से कोई महाराष्ट्र का है, कोई राजस्थान का, कोई मुरादाबाद का, तो कोई बिहार का। 31 को मेरा जन्मदिन था और उस दिन भी कई लोग आए और फोटो खिंचवाई। कुछ लोग तो चाहते हैं कि मैं उनके सिर पर हाथ रखूं या कंधे पर हाथ डालूं। इन तस्वीरों को नकारा नहीं किया जा सकता। हम इन तस्वीरों को कैसे मना कर सकते हैं? बीजेपी को इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए और पीड़िता के साथ न्याय करना चाहिए।”
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