पूर्व आईपीएस प्रेम प्रकाश मायावती के करीबियों में शामिल थे। वह मायावती (Mayawati) के पसंदीदा अफसरों में शुमार हैं। प्रेम प्रकाश दलित समुदाय से आते हैं। ऐसे में उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद बसपा के वोटबैंक में सेंध लगना तय है। बड़ी संख्या में मायावती का वोटबैंक बीजेपी के साथ जा सकता है।
बृजलाल, असीम अरुण और विजय कुमार के बाद प्रेम प्रकाश चौथे दलित IPS हैं, जो बीजेपी ज्वाइन करेंगे। बीजेपी में अफसरों की फौज बढ़ रही है। बीजेपी दलितों में अपनी पैठ बनाने के लिए दलित अधिकारियों को पार्टी में शामिल कर रही है। बीजेपी लगातार मायावती के इस वोटबैंक पर नजर गढ़ाए हुए हैं।
कौन हैं पूर्व IPS प्रेम प्रकाश?
पूर्व IPS अधिकारी प्रेम प्रकाश दिल्ली के रहने वाले हैं। वह साल 1993 बैच के अफसर थे। बीटेक के बाद पुलिस मैनेजमेंट में MD कोर्स करने वाले प्रेम प्रकाश आगरा, मुरादाबाद में पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं। प्रेम प्रकाश ने साल 2009 को राजधानी लखनऊ में DIG का जिम्मा संभाला था। उनकी छवि एक सख्त अफसर की रही है। सिर्फ अपराधी ही नहीं सुस्त पुलिस कर्मी भी उनके नाम से घबराते थे।
तीन साल पहले जब पंजाब की रोपण जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को जब यूपी लाया गया था, तब इसकी जिम्मेदारी भी आईपीएस अधिकारी प्रेम प्रकाश को ही दी गई थी। अपने कार्यकाल के दौरान प्रेम प्रकाश को पीएम-26/01/11, डीजी कमेंडेशन डिस्क सिल्वर-15/08/2018, डीजी कमेंडेशन डिस्क गोल्ड -15/08/2019, डीजी कमेंडेशन डिस्क प्लैटिनम-26/01/2022 सम्मान भी मिल चुका है।
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