नई दिल्ली। संदेशखाली मामला पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के लिए ममता सरकार पर निशाना साधने का केंद्र बिंदु बन गया है. उन्होंने कहा कि संदेशखाली की महिलाएं अपने ऊपर अत्याचार का आरोप लगा रही हैं, जिसके लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. शुरुआत में ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के सदस्य दावा कर रहे थे कि कुछ नहीं हुआ है, लेकिन अब गिरफ्तारियां हो रही हैं.
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गृहमंत्री अमित शाह संदेशखाली पर बनाए हुए हैं नजर
बता दें कि संदेशखाली घटना को लेकर बीजेपी लगातार ममता सरकार की आलोचना कर रही है. आज (19 फरवरी) पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से वह गैर जिम्मेदाराना बयान दे रही हैं, उसे देखते हुए एक महिला मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें थोड़ा और संवेदनशील होना चाहिए. सुकांत मजूमदार ने आगे कहा कि गृह मंत्री अमित शाह इस मामले पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और हमें उन पर पूरा भरोसा है. जब कश्मीर का मसला सुलझ जाएगा तो ममता बनर्जी और बंगाल पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा.
4 हफ्ते बाद होगी संदेशखाली मामले की अगली सुनवाई
गौरतलब है कि आज सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल सरकार की याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य सचिव और डीजीपी समेत पश्चिम बंगाल सरकार के कई अधिकारियों के खिलाफ लोकसभा की विशेष समिति की कार्यवाही पर रोक लगा दी है. इस मामले में अगली सुनवाई 4 हफ्ते बाद होगी.लोकसभा सांसद सुकांत मजूमदार की शिकायत के आधार पर संसदीय आचार समिति ने मुख्य सचिव समेत पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी किया है. नोटिस संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन को लेकर जारी किया गया था.