नई दिल्ली| ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक (Rishi Sunak)द्वारा हाल में ही दिए गए विवादित टिप्पणियों ने सोशल मीडिया पर लिंग विवाद को बढ़ा दिया है. 2023 के 4 अक्टूबर को कॉन्सर्वेटिव पार्टी सम्मेलन में अपने संबोधन में उन्होंने लिंग विवाद पर अपने विचार साझा किए और कहा कि एक पुरुष एक पुरुष होता है और एक महिला एक महिला होती है. सुनक ने कहा हमें यह मानना चाहिए कि लोग चाहे जैसे भी अपने लिंग को परिवर्तित नहीं कर सकते हैं. वे वैसे ही होते हैं. यह आम ज्ञान की बात है. उन्होंने यह भी कहा कि वे देश को बदलने का काम कर रहे हैं और जीवन का मतलब सिर्फ जीवन होना चाहिए और विवादास्पद स्थितियों का नहीं उन्होंने इस तथ्य को भी उजागर किया कि अधिकांश लोग इस बात से सहमत हैं.
हम इस देश को बदलने जा रहे हैं – ऋषि सुनक
उन्होंने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों के बारे में स्कूल से बताने की चिंता नहीं करनी चाहिए और मरीजों को यह जानना चाहिए कि अस्पतालों में कब पुरुष और महिलाओं के बारे में बात हो रही है. ऋषि सुनक की टिप्पणी का समर्थन करने वाले कुछ लोग हैं. लेकिन कई लोगों ने इसे ट्रांसजेंडर समुदाय के खिलाफ अपमानजनक बताते हुए इस पर आपत्ति जताई है. कुछ लोगों ने सुनक के मजाक का निशाना बनाया और कहा कि उनकी टिप्पणियां सामान्य ज्ञान से बहुत दूर हैं. एक उपयोगकर्ता ने यह कहा न केवल सबसे छोटे बल्कि सबसे अधिक जोखिम वाले समुदायों में से एक पर लगातार हमले घृणित हैं.
ये भी पढ़ें- World Cup: 5 अक्टूबर से वर्ल्ड कप की शुरुआत, जानिए टूर्नामेंट का पूरा पैटर्न
सुनक के इस टिप्पणी पर अलग राय
सुनक के बयान पर एक और ने टिप्पणी की कि, ‘ मैं सुनक द्वारा गणित के महत्व के बारे में बात करने से बहुत तंग आ गया हूं. फिर उनका जीव विज्ञान भी ज्ञान इतना खराब है. ऋषि सुनक की टिप्पणी के पीछे 3 अक्टूबर को इंग्लैंड में महिला अस्पताल वार्डों में ट्रांसजेंडर महिलाओं के इलाज पर प्रतिबंध लगाने की योजना के प्रस्ताव का भी प्रभाव है. स्थानीय मीडिया की माने तो स्वास्थ्य सचिव ने यह भी पुष्टि की कि महिलाओं के स्वास्थ्य से निपटने के दौरान लिंग-विशिष्ट भाषा का उपयोग किया जाएगा. इस प्रस्ताव पर उदारवादी टोरी सांसदों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जिन्हें डर है कि LGBTQ+ लोगों को निशाना बनाया जा रहा है.