Akola: इस गंभीर घटना ने स्थानीय समुदाय को स्तब्ध कर दिया है। महाराष्ट्र के Akola जिले में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को बाल यौन शोषण के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में छह नाबालिग लड़कियों से छेड़छाड़ और उन्हें अश्लील वीडियो दिखाने का आरोप शामिल है। जैसे-जैसे इन अपराधों के विवरण सामने आ रहे हैं, अधिकारियों के सामने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की चुनौती बढ़ती जा रही है। यह घटना देशभर में इसी तरह के अन्य मामलों की एक लंबी सूची में जुड़ गई है, जिससे शैक्षणिक संस्थानों में सख्त निगरानी और सुरक्षा उपायों की मांग तेज हो गई है।
घटना और गिरफ्तारी
महाराष्ट्र के Akola जिले में 47 वर्षीय सरकारी स्कूल शिक्षक, प्रमोद मनोहर सरदार को छह लड़कियों से छेड़छाड़ और उन्हें अश्लील वीडियो दिखाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह मामला मंगलवार को दर्ज किया गया था जब काजिखेड़ के ज़िला परिषद स्कूल की कई छात्राओं ने पिछले चार महीनों से हो रही परेशानियों की शिकायत की। अकोला के पुलिस अधीक्षक बच्छन सिंह ने पुष्टि की कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 74 और 75 और पोक्सो एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं, और आगे की जांच जारी है।
स्कूल की प्रतिक्रिया
घटना तब सामने आई जब प्रभावित छात्राओं ने बाल कल्याण समिति के टोल-फ्री नंबर पर कॉल की। समिति के सदस्य स्कूल पहुंचे, जिससे मामला दर्ज किया गया। स्कूल के प्रधानाचार्य रविंद्र समुद्र ने बताया कि उन्हें स्थिति की जानकारी तब मिली जब कुछ लड़कियों ने एक स्कूल कार्यक्रम के बाद परेशानियों की शिकायत की। राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य आशा मिर्ज़े ने शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विस्तृत संदर्भ
यह मामला उस समय सामने आया है जब शैक्षणिक संस्थानों में कथित यौन शोषण की अन्य घटनाएं भी चर्चा में हैं, जिसमें ठाणे जिले के बदलापुर के एक किंडरगार्टन में दो चार साल की लड़कियों के साथ कथित दुर्व्यवहार को लेकर विरोध प्रदर्शन भी शामिल हैं। यह मामला कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के साथ भी मेल खाता है, जो भारत में शैक्षणिक वातावरण में सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं को उजागर करता है।