जयपुर। राजस्थान में हुए पेपर लीक के मामले को लेकर ED की टीम ने सुबह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के घर छापेमारी की है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को भी ED ने फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट केस में समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है. ED फिलहाल डोटासरा और उनके रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है. ED की टीम डोटासरा के जयपुर के सिविल लाइंस में सरकारी आवास सहित सीकर स्थित निजी निवास पर भी पहुंची है. इस दौरान ईडी गोटासरा के रिश्तेदारों से भी पूछताछ कर रही है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये कहा
बता दें कि दूसरी तरफ जयपुर में 3 और सीकर में 2 जगह पर ED की रेड चल रही है. छापों के बाद डोटासरा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा – ‘सत्यमेव जयते’। वहीं, डोटासरा के घर छापे और बेटे वैभव गहलोत को ईडी के समन के बाद मुख्यमंत्री ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं कहता आ रहा हूं कि राजस्थान के अंदर ED की रेड रोज इसलिए होती है क्योंकि भाजपा ये नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके.
Plan ‘E’
भाजपा का प्लान A, B, C, D सब फेल होने के बाद अब प्लान ‘E’ ही शेष रह गया है।
इसीलिए ED को चुनावी टिड्डी दल की तरह इस्तेमाल करके जिस भी राज्य में भाजपा की हार सुनिश्चित हो वहां जीतने वाले दलों की फसल खराब करने की कोशिश करने भेज देते हैं।
कल राजस्थान की महिलाओं को 2… pic.twitter.com/rKUHlkb4Ij
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 26, 2023
यह भी पढ़ें- Delhi: द्वारका के रामलीला मैदान कार्यक्रम में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी
23 नवंबर को राजस्थान में विधानसभा चुनाव
पेपर लीक मामले में बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने मंत्री विधायकों के शामिल होने के आरोप लगाए थे. बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर भी आरोप लगाया था. डोटासरा नवंबर 2021 तक शिक्षा मंत्री रहे हैं, इस वजह से विपक्ष उन पर आरोप लगाता रहा है. पेपर लीक मामले में लगातार दो महीने से राजस्थान में ईडी का एक्शन जारी है. राज्य में 200 विधानसभा सीटों के लिए 23 नवंबर को चुनाव होना है और इसका नतीजा 3 दिसबंर को आएगा. यही कारण है कि कांग्रेस लगातार ये बोल रही है कि ईडी बीजेपी से दबाव में छापेमारी कर रही है.
बीजेपी सरकार पर लगता रहा है ये आरोप
गौरतलब है कि वहीं कांग्रेस और विपक्ष की तमाम पार्टियां बीजेपी और मोदी सरकार पर आरोप लगाती रहती है कि. ववो राजनीतिक फायदे के लिए प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी और सीबीआई का उपयोग कर रही है. वहीं जब तक नेता बीजेपी में नहीं जाते भ्रष्ट होते हैं. लेकिन जैसे ही बीजेपी ज्वॉइन करते है. उसकी वाशिंग मशीन में सारे पाप साफ हो जाते हैं. सिर्फ विपक्ष को कमजोर करने के लिए छापे करवाएं जा रहे हैं.