
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पहले “कमरा किराए पर है” लिखा बोर्ड देख मौके की तलाश की थी। फिर दोनों बहनें किराए के नाम पर घर में आईं, और समझा कि बुज़ुर्ग महिला दिन में अकेली रहती है। इसके बाद उन्होंने अपना अपराध किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान 24 वर्षीय अंजलि, 20 वर्षीय रंजू, 19 वर्षीय रतन मेहतो जो तीनों भाई-बहन हैं और 27 वर्षीय राजू कुमार (रतन का मित्र) के रूप में हुई है।
इस मामले में आरोपियों पर लूट और “साझा इरादे” (common intention) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से मिली गहने बरामदगी उनके खिलाफ मजबूत सबूत हैं, और आगे उनकी गिरोह गतिविधियों की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपना कीमती सामान खुलकर न रखें, और किसी अनजान व्यक्ति को बिना चेक किए घर में न आने दें खासकर अगर वह किराए के मकान देखने या किराए पर कमरे संबंधी बातचीत के बहाने आए हों।