नई दिल्ली। विकसित भूखंडों और बढ़े हुए मुआवजों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने अपनी मांगों को लेकर संसद भवन का घेराव करने की भी चेतावनी दी है. प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है. खासकर यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर प्रशासन खासा अलर्ट है. दोनों राज्यों के सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कई जगहों पर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है.
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सैकड़ों गांवों के किसान राष्ट्रीय राजधानी की ओर कर रहे कूच
सुरक्षा में जुटे अधिकारियों ने बताया है कि सरिता विहार इलाके में दो पहिया और चार पहिया वाहनों के फंसने से यहां पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है. दरअसल संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली एनसीआर के सैकड़ों गांवों के किसान राष्ट्रीय राजधानी कूच करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके कारण आम लोगों को परेशानी से बचाने के लिए कई सारे रूट को डायवर्ट किया गया है.
इन मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन
बता दें कि किसानों की मांग ये है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में दिसंबर 2023 में स्थानीय प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहित किसानों की जमीन बदले बढ़े हुए मुआवजों की मांग हो, वहीं इसके अलावा विकसित भूखंडों की भी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन की जा रही है. धरना प्रदर्शन में गए किसानों ने कहा कि उनके साथ धोखेबाजी की जा रही है. हमको जो आश्वासन दिए जा रहे हैं, वो पूरा नहीं हो रहे. इन्हीं मांगों को लेकर हम लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
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