
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी के पास से फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किया गया है, जिससे वह MCG का कर्मचारी होने का दावा कर रहा था। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रही है।
आरोपी की पहचान न्यू कॉलोनी निवासी के हितेश खत्री के रूप में हुई है। यह मामला शुक्रवार को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 204 (लोक सेवक का रूप धारण करना), 308 (2) (किसी व्यक्ति को दस वर्ष या उससे अधिक के कारावास से दंडनीय अपराध के आरोप का भय दिखाकर जबरन वसूली करना) और 62 (आजीवन कारावास या अन्य कारावास से दंडनीय अपराध करने का प्रयास करने की सजा) के तहत प्राथमिकी दर्ज होने के बाद प्रकाश में आया। इसके बाद खत्री को सेक्टर-14 से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी को रविवार को शहर की अदालत में पेश किया गया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पूछताछ के दौरान, खत्री ने खुलासा किया कि वह गुरुग्राम में टैटू डिज़ाइनिंग का कोर्स चलाता है और उसका साथी MCG में एक दिहाड़ी कर्मचारी है। दोनों ने निगम अधिकारी बनकर और जुर्माना लगाने की धमकी देकर पैसे ऐंठने की योजना बनाई थी।