
अटल कैंटीन की शुरुआत पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को की जाएगी। इस पहल को ‘अंत्योदय’ की दृष्टि से देखा गया है — इसका मकसद समाज के सबसे कमजोर हिस्सों को ऊपर उठाना है।
सरकार ने झुग्गी-बस्तियों के विकास के लिए ₹700 करोड़ का बजट अलग रखा है। पहली बार, वर्तमान सरकार ने झुग्गी-झोपड़ियों के विकास के लिए 700 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं और सड़कों, नालियों, शौचालयों, पार्कों, स्वास्थ्य सुविधाओं और सामुदायिक बुनियादी ढाँचे पर काम तेज़ी से चल रहा है। CM रेखा गुप्ता ने कहा , हम यहाँ झुग्गी-झोपड़ियों को तोड़ने के लिए नहीं हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए हैं कि उनमें रहने वाले हर परिवार को सुरक्षा और ज़रूरी सुविधाएँ मिलें। CM ने कहा कि सभी गरीब परिवारों को शौचालय, रसोई और LPG कनेक्शन से सुसज्जित पक्के घर उपलब्ध कराए जाएंगे।
कैंटीनों में साफ़-सुथरे परोसने वाले क्षेत्र, RO पेयजल, स्टेनलेस स्टील का फ़र्नीचर, डिजिटल टोकन सिस्टम, रीयल-टाइम CCTV निगरानी और सुरक्षित अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधा होगी। दोपहर और रात का भोजन प्रतिदिन परोसा जाएगा और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) भोजन की गुणवत्ता की निगरानी करेगा, और कर्मचारियों के लिए अनिवार्य स्वच्छता और स्वास्थ्य प्रमाणपत्रों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करेगा।
CM ने कहा कि वाजपेयी जी की 100वीं जयंती के अवसर पर कैंटीन 100 करोड़ Rs के बजट से संचालित होंगी। उन्होंने कहा कि इस योजना से न केवल स्थानीय महिलाओं, गिग श्रमिकों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन मिलेगा, बल्कि उनके लिए रोजगार भी पैदा होगा।