Ghazipur Murder Case : गाजीपुर में यूट्यूबर गंगा किन्नर, जिनका असली नाम हर्ष उपाध्याय है, की गोली मारकर हत्या का मामला बढ़ता जा रहा है। परिजनों का कहना है कि हर्ष किन्नर पर यह जानलेवा हमला पहली बार नहीं हुआ था। एक साल में यह दूसरी बार है जब बदमाशों ने उन पर फायरिंग की है। इस बार गोली उनके सिर में लग गई, जिसके परिणामस्वरूप उनकी तत्काल मौत हो गई। उनके निधन से किन्नर समुदाय में गहरा आक्रोश पैदा हुआ है, और उन्होंने विरोध के रूप में सड़कों पर निर्वस्त्र होकर प्रदर्शन किया है। इस मामले में वर्तमान में पुलिस ने केस दर्जकर जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला ?
आपको बता दें कि, पूरी घटना 29 दिसंबर की है, जब नंदगंज थाना क्षेत्र के चोचकपुर मोड़ के पास हर्ष उपाध्याय को दिनदहाड़े गोली मार दी गई। इस वारदात के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए, जिससे इलाके में आतंक का माहौल पैदा हो गया। हर्ष उसी दिन अपनी स्कॉर्पियो से बाजार में कपड़े खरीदने गए थे, तभी उनकी हत्या कर दी गई।
हत्या से उत्तेजित किन्नरों के साथियों ने सड़क पर प्रदर्शन करते हुए जमकर हंगामा किया। जब पुलिस पहुंची, तो उन्होंने किसी तरह से किन्नरों को समझाया और शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की। हर्ष के पिता ने इस हत्या का आरोप दूसरे किन्नर गैंग पर लगाया है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है और अपराधियों की खोज के लिए टीमें गठित की गई हैं।
पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र ने क्या बताया ?
पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र नाथ ने बताया कि गंगा किन्नर कपड़ों की दुकान पर खरीददारी कर रहे थे, तभी एक अज्ञात बदमाश ने उन्हें पीछे से गोली मार दी। परिजनों के बयान के आधार पर कानूनी कार्रवाई जारी है और मौके पर स्थिति सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि हर्ष पर पहले भी एक हमला हो चुका था। 8 जनवरी 2024 को, बाइक पर सवार बदमाशों ने उन्हें घर लौटते समय गोली मारी थी, लेकिन उस समय वे बच गए थे। पुलिस ने बाद में इस हमले की जांच करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। अब उसी गैंग पर फिर से शक जताया गया है।
यह भी पढ़ें : बाथरूम में खून के धब्बे, अपार्टमेंट में तोड़फोड़ अमेरिका में AI रिसर्चर सुचिर बालाजी की मौत पर FBI…
पहले की हुई गोलीबारी में बताया गया था कि बिट्टू किन्नर गैंग ने हर्ष पर हमला किया था, जिसका संबंध किन्नरों के क्षेत्र का बंटवारा था। बिट्टू किन्नर और उसके साथी सत्यम पर गोली मारने का आरोप लगाया गया था, और इस मामले में सत्यम को गिरफ्तार भी किया गया था। यह केस अभी भी न्यायालय में चल रहा है।