लखनऊ। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा घाट के रेती पर गंगा स्लग मेले का आयोजन होने वाला है. हर बार की तरह लगने वाले गंगा मेले के लिए सुरक्षा के लिए खास सुरक्षा इंतजाम की व्यवस्था की गई है. यह उत्तर भारत का सबसे बड़ा गंगा स्नान आयोजन होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले उत्तर भारत के सबसे बड़े गंगा स्नान से पहले लगने वाले मेले का 23 नवंबर यानी गुरुवार को शुभारंभ होगा. इस बड़े आयोजन से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और अन्य सुरक्षा जवानों के साथ मीटिंग लेने के लिए मुरादाबाद के डीआईजी मुनिराज तिगरी गंगा धाम पर पहुंचे.
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23 नवंबर से ऐतिहासिक गंगा स्नान का आयोजन
अधिकारी यहां पर पहुंच कर ऐतिहासिक गंगा मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए और उन्होंने सुरक्षा में लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी. बता दें की अमरोहा जनपद के तिगरी गंगा धाम पर महाभारत काल से ही लगने वाले ऐतिहासिक गंगा मेले की शुरुआत गुरुवार 23 नवंबर से होने जा रही है. इस बार गंगा मेले में करीब 30 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. गंगा की रेती पर तंबू डालकर मेले का कई दिनों तक लुत्फ उठाने के लिए हजारों श्रद्धालु मेले पर पहुंच गए हैं.
आतंकवादियों के निशाने पर रहता है आयोजन
यह गंगा मेला आतंकवादियों के निशाने पर भी रहता है इसकी वजह से यहां पर बड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाती है. एटीएस के जवानों को भी लगाया जाता है और वॉच टावर से भी निगरानी कराई जाती है. सीसीटीवी कैमरे लगाए जाते हैं और डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया जाता है. इसी सिलसिले में आज इस मेले की सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस कर्मियों के साथ मीटिंग करने के लिए मुरादाबाद के डीआईजी मुनिराज पहुंचे. उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को किसी भी प्रकार के लापरवाही ना बरतने की हिदायत दी है और ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है.