Amitabh Bachchan के ढलते करियर को कैसे केबीसी ने दी थी एक नई शुरुआत!

ऐसा ही एक नाम बॉलीवुड के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का भी है।

Amitabh Bachchan

नई दिल्ली: वक्त कब किसे क्या दिखाए ये कोई नहीं जानता। हर इंसान की जिंदगी में कभी ना कभी बुरा वक्त जरुर आता है लेकिन कुछ लोग बुरे वक्त में भी अपने आप को डगमगाने नहीं देते और इसे पार कर फिर खड़े होकर दुनिया के सामने मिसाल कायम करते हैं। ऐसा ही एक नाम बॉलीवुड के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) का भी है।

अमित जी ने इस बात को बखूबी दिखाया है कि अगर हौसले बुलंद हों तो बुरा समय भी गुजर जाता है। इस अभिनेता के जीवन में भी एक ऐसा दौर आया था जब लाइन से उनकी फिल्में फ्लॉप हो रही थी। फिल्मों के लगातार फ्लॉप होने और कर्ज में डूबे रहने के बावजूद अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने हार नहीं मानी और फिर से खड़े होकर सबको दिखा दिया कि अगर आपके हौंसले बुलंद हो तो आप कुछ भी कर सकते हैं।

बुरे दौर से गुजरते वक्त अमित जी ने एक ABCL के नाम से प्रोडक्शन कंपनी भी शुरु की थी, उनकी वो कंपनी भी नहीं चली थी। उस दौरान उनकी माली हालत ठीक नहीं थी सर पर करोड़ों का कर्ज और फिल्मों का लगातार फ्लॉप होना अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को गर्द में लेते जा रहा था।

अमिताभ बच्चन के करियर को ट्रैक पर लाने में कहीं न कहीं टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति का भी अहम योगदान रहा है। KBC का पहला एपिसोड 3 जुलाई साल 2000 को टेलिकास्ट हुआ था। टीवी पर पहली बार कंप्यूटर जी, देवियो और सज्जनों, ताला लगा दिया जाए जैसे शब्दों ने दर्शकों को बखूबी एंटरटेन करने के साथ-साथ कई नॉलेजेबल बातें भी बताई थी।

2000 के उस बुरे वक्त में अमिताभ बच्चन ने इस शो की कमान संभाली थी और आजतक वे इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाते आ रहे हैं। इस शो ने ना केवल उन्हें टीवी की दुनिया का सबसे बड़ा होस्ट बनाया बल्कि उन्हें घर-घर में पॉपुलर भी किया।

अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपना फिल्मी करियर साल 1969 में आई फिल्म सात हिंदुस्तानी से शुरु किया था। इसके बाद उन्होंने कई सुपरहिट फिल्में दी लेकिन साल 1999 के आते-आते उनका करियर पूरी तरह से डगमगाने लगा था। उम्र का बढ़ना उनके फिल्मी करियर पर असर डालने लगा था। साल 1999 में लगातार उनकी चार फिल्में फ्लॉप हुई थीं जिनमें लाल बादशाह, हिंदुस्तान की कसम, सूर्यवंशम और कोहराम जैसी फिल्में शामिल थीं।

इससे पहले साल 1995 में अमिताभ बच्चन ने जो प्रोडक्शन कंपनी ABCL शुरु की थी वो भी डूब गई थी। इस बात को उन्होंने साल 2013 में खुद एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि कैसे कंपनी के डूब जाने के बाद उन्होंने अलग-अलग लोगों से 90 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था।

जब उनका करियर पूरी तरह से डूबने लगा था, तब उन्होंने टीवी का सहारा लिया था। साल 2000 में KBC के जरिए छोटे पर्दे पर  अमित जी ने अपनी नई पारी की शुरुआत की थी। ये वो दौर था जब फिल्मों में काम करने वाले स्टार्स को छोटे पर्दे के लिए काम करना सही नहीं माना जाता था लेकिन बिग B ने अपनी मेहनत और लग्न से लोगों की इस सोच को गलत साबित कर दिया था।

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KBC के एक एपिसोड में अमिताभ बच्चन ने खुद इस बात का जिक्र करते हुए बताया था कि जब ये शो शुरु हुआ था और जिस तरह लोगों का रिस्पॉन्स मिला था उसे देख उन्हें लगा था कि उनकी दुनिया ही बदल गई। अगर इस बात को कहा जाए कि अमिताभ बच्चन के करियर के अस्त होते सूरज को KBC ने ही उठाया है तो गलत नहीं होगा। आपको स्टोरी कैसी लगी कमेंट सेक्शन बॉक्स में जाकर जरुर बताएं।

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