
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मुलाकात के लिए पहुंचे परिवार के सदस्यों में आजम खां की पत्नी तंजीन फातिमा, उनकी बहन और बड़ा बेटा शामिल थे। वे निर्धारित समय पर जेल पहुंचे और कई घंटों तक जेल परिसर में इंतजार करते रहे, लेकिन जेल अधिकारियों ने उन्हें बताया कि आजम खां और अब्दुल्ला आजम ने मुलाकात नहीं करने का फैसला किया है। परिवार इस बात से बेहद दुखी और परेशान दिखा।
दो पैन कार्ड मामले में सपा नेता आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खां को पिछले दिनों सात साल की सजा सुनाई गई थी। दोनों ही जेल में हैं। जेल में मिलने के लिए तमाम लोग हर रोज पहुंच रहे हैं, लेकिन मुलाकात नहीं हो पा रही है।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि जेल में बंद दोनों नेता परिवार से मुलाकात कर हालचाल जानेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मुलाकात से इनकार किए जाने के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। न ही आजम खां या अब्दुल्ला आजम ने इस संबंध में कोई संदेश भेजा और न ही जेल प्रशासन ने इस फैसले का कारण बताया। रिपोर्टों के मुताबिक, यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब दोनों कई मामलों में सुनवाई और कानूनी प्रक्रियाओं का सामना कर रहे हैं।
आजम के मामले में नहीं हो सकी सुनवाई
सपा नेता आजम खां के खिलाफ दर्ज फांसीघर की जमीन कब्जाने के मामले में भी कोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी। अब इस मामले की सुनवाई 23 दिसंबर को होगी। गंज थाने में सपा नेता आजम खां के खिलाफ फांसीघर की जमीन कब्जाने का मामला दर्ज किया गया था।
जेल प्रशासन की चुप्पी के कारण यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या सुरक्षा कारणों, मानसिक स्थिति, या कानूनी सलाह के चलते मुलाकात रोकी गई थी, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। फिलहाल परिवार और समर्थकों के बीच इस घटना को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कई लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर किस वजह से दोनों नेताओं ने अपने ही परिवार से मिलने से इंकार किया।