
गिरफ्तार आरोपी की पहचान
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान फरीदाबाद निवासी इरशाद के रूप में हुई है। इरशाद पर आरोप है कि उसने उमर को एक सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराया था, जो कार बम लेकर दिल्ली आया था। NIA की जांच में यह बात सामने आई है कि इरशाद ने उमर को हमले से पहले अपनी पहचान छिपाने के लिए शरण दी और उसे दिल्ली में आराम से मूवमेंट करने की सुविधा दी।
NIA की छापेमारी और गिरफ्तारी
NIA ने हाल ही में किए गए छापों के बाद इरशाद को गिरफ्तार किया। NIA की जांच में यह खुलासा हुआ कि इस धमाके में एक अंतरराष्ट्रीय आतंकी समूह का हाथ हो सकता है, और उमर इसी नेटवर्क का हिस्सा था। इरशाद के खिलाफ गिरफ्तारी के बाद NIA ने उससे पूछताछ शुरू कर दी है और मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
आतंकी गतिविधियों से जुड़े संकेत
NIA ने बताया कि उमर को इस हमले के लिए कार बम तैयार करने और उसे दिल्ली के रेड फोर्ट के पास विस्फोट करने के लिए भेजा गया था। जांच एजेंसी इस मामले में अन्य संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई की योजना बना रही है और इस हमले के पीछे के बड़े आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रही है।
सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ी हुई सतर्कता
इस घटना ने दिल्ली में सुरक्षा को लेकर चिंता को और बढ़ा दिया है, खासकर लाल किले जैसे ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण स्थल पर हुए हमले ने सुरक्षा एजेंसियों को और अधिक सतर्क कर दिया है। NIA और दिल्ली पुलिस की टीमें इस मामले की गहन जांच कर रही हैं, ताकि भविष्य में ऐसे आतंकी हमलों को रोका जा सके।