Kisan Andolan: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर कानून बनाने के साथ-साथ कई मांगों के लिए पंजाब,हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों ने राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन करने की पूरी तैयारी कर ली है. किसान संगठन के लोग दिल्ली की सीमाओं पर पहुचंना शुरू कर दिया हैं. किसान अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए सड़कों पर उतर गए है.
Shambhu Border की पहली बैरिकेडिंग तोड़ी
शंभू बॉर्डर Shambhu Border पर पुल के दोनों तरफ लोहे की रेलिंग लगाई गई थी जिसे किसानों द्वारा तोड़ दिया गया है.किसानों पर आंसू गैस छोड़ने के कारण कुछ लोगों को चोटें भी लग गई हैं. शम्भू बॉर्डर Shambhu Border पर सबसे आगे खड़े अंबाला नारायणगढ़ के डीएसपी के साथ हा पांच पुलिस वाले भी घायल हो गए हैं. सभी घायल लोगों को सिटी सिविल अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है.
जिसके थोड़ी ही देर बाद जींद में बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पंजाब के किसान पहुंच गए और उनके ऊपर दोबारा से आंसू गैस के गोले छोड़ दिए गए हैं. किसानों के दिल्ली कूच के समय मंगलवार को कुरुक्षेत्र में किसानों ने ट्रैक्टरों से सड़क पर लगाई गए बैरिकेड को हटा दिया है. शम्भू बैरियर की पहली बैरिकेडिंग को किसानों द्वारा तोड़ दी गई है.
किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सवाल उठाते हुए अनिल विज ने कहा कि किसान को केंद्र सरकार से बात करनी है.. लेकिन केंद्र के अधिकारी गण यहां बात करने आए हैं.. दो बार बातचीत भी हो चुकी है और आगे भी बातचीत से इनकार नहीं किया जा रहा हैं फिर भी वह लोग दिल्ली जाने के लिए अड़े हुए हैं..वे दिल्ली क्यों जाना चाहते हैं, ऐसा लगता है कि उनका कोई और इरादा है…हम शांति भंग नहीं होने देंगे, उन्हें अपना कॉल वापस ले लेना चाहिए.