जम्मू। जम्मू में पुलिस द्वारा तीन लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया था. पुलिस के कस्टडी में ही तीनों की मौत हो गई है. अब इस मामले में तीनों की मौत को लेकर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं इसके जांच में बड़े अधिकारी जुट गए हैं. तीन अधिकारियों को “प्रक्रिया के अनुसार संलग्न” कर दिया गया है, जम्मू में हुए इस घटना को लेकर सेना की जांच चल रही है, दो सूत्रों ने स्वतंत्र रूप से पुष्टि की है. सूत्रों के अनुसार ये तीनों नगरोटा स्थित 16 कोर से जुड़े थे.
जम्मू में सेना के वाहनों पर हुआ था हमला, 4 शहीद
बता दें कि अधिकारियों में ब्रिगेड कमांडर, साथ ही संबंधित यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर और सेकेंड-इन-कमांड भी शामिल हैं. “अटैचमेंट” का प्रभावी अर्थ निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए नियुक्ति से अलग होना है. इस बीच, सेना के वाहनों पर गोलीबारी के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के लिए जम्मू में तलाशी अभियान अभी भी जारी है. पुंछ-राजौरी इलाके में 21 दिसंबर को दोपहर करीब 3:45 बजे सैनिकों को ले जा रहे दो वाहनों पर हमले के 4 सेना के जवानों की मौत हो गई थी.
8 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ
4 जवानों की मौत के बाद सेना ने आदिवासी गुज्जर बक्करवाल समुदाय के आठ लोगों को हिरासत में लिया था. उनकी पहचान नायक बीरेंद्र सिंह, नायक करण कुमार, राइफलमैन चंदन कुमार और राइफलमैन गौतम कुमार के रूप में की गई है. सैनिक राजौरी के थानामंडी में एक ऑपरेशनल क्षेत्र की ओर जा रहे थे, जहां 20 दिसंबर की रात से मुठभेड़ चल रही थी. इसी मामले को लेकर हिरासत में लिए तीन लोगों की मौत हो गई थी.
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