Nawada: बिहार के नवादा जिले में महादलित टोला में दबंगों द्वारा की गई फायरिंग और आगजनी की घटना ने दहशत फैला दी है। करीब 80-90 घरों में आग लगाई गई, जिससे ग्रामीणों का घर-सामान जलकर खाक हो गया और मवेशी भी जलकर मर गए। बताया जा रहा है कि यह घटना जमीन विवाद के कारण हुई, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। ग्रामीणों ने इस मामले में पहले भी पुलिस की निष्क्रियता की शिकायत की थी, जिसके चलते हालात बिगड़े।
फायरिंग और आगजनी की घटना
घटना के अनुसार, शाम करीब 7:30 बजे Pran Bigaha के नंदू पासवान और उनके साथियों ने गांव में ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं और कई ग्रामीणों के साथ मारपीट की। इसके बाद 80 से 90 घरों में आग लगा दी। पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि गोलीबारी और आगजनी के कारण उनका घर का सामान पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया है। लोग खाने-पीने और रहने की समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
इन लोगों की घरों में लगाई आग
घटना में गोरेलाल, झपसी मांझी, संजय मांझी, नितय मांझी, रामचंद्र मांझी, भोला मांझी, तारा मांझी, ललिता देवी, अवधेश मांझी, मनोज मांझी, डोमा मांझी, डोमा रविदास, गेंदो मांझी, सुरेश मांझी, विजय रविदास, शोभा देवी, सरिता देवी, सुरुप मांझी, नवल मांझी, निलेश मांझी, रंजीत मांझी, साहेब मांझी, रंगुना मांझी, भोला मांझी, धर्मेंद्र मांझी, अनिल मांझी, रामवृक्ष रविदास, सूरज रविदास, किशोरी रविदास, सिया रविदास, राजेंद्र मांझी आदि के घरों को फूंक दिया गया. तकरीबन 80-90 लोगों के घरों में आग लगाने की बात कही जा रही है.
पुलिस और फायर बिग्रेड की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने के बाद Nawada फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मेहनत से आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक अधिकांश घरों में रखा सामान जल चुका था। अधिकांश घर फूस और खपरैल से बने हुए थे, जिससे आग फैलने में आसानी हुई। घटना की जानकारी मिलने पर SDM अखिलेश कुमार, SDPO अनोज कुमार, और SDPO सुनील कुमार समेत अन्य पुलिस बल मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों से घटना की जानकारी प्राप्त की।
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पुलिस की जांच और कार्रवाई
Nawada vसदर एसडीएम अखिलेश कुमार ने कहा कि जमीन विवाद के चलते यह आगजनी हुई है। क्षति का आकलन किया जा रहा है। सदर एसडीपीओ सुनील कुमार ने बताया कि आरोपितों के घरों पर छापेमारी की जा रही है और पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आया जाएगा।
पिछली घटना का संदर्भ
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि एक साल पहले नवंबर महीने में भी गोलीबारी की घटना हुई थी, लेकिन उस समय पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इस निष्क्रियता के चलते आज फिर से गांव को आग के हवाले किया गया है।