Supriya Sule on Mohan Bhagwat: मणिपुर हिंसा पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के बयान का NCP-SCP सांसद सुप्रिया सुले ने स्वागत किया है। सुप्रिया सुले ने कहा कि विपक्षी पार्टियां लंबे समय से शांति बहाली की मांग कर रही हैं। राज्य में प्यार की जरूरत है। सब कुछ बंदूक से हल नहीं होता।
RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर सांसद सुप्रिया ने कहा कि “मैं उनके बयान का स्वागत करती हूं क्योंकि मणिपुर भारत का हिस्सा है। और जब हम अपने ही लोगों को इतना कष्ट झेलते देखते हैं, तो यह हम सभी को बेहद परेशान करता है। मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने वही कहा है जिसकी हम मांग कर रहे हैं। INDIA गठबंधन लंबे समय से मांग कर रहा है कि आइए चर्चा करें। आइए सभी दलों के साथ एक अच्छी समिति बनाएं। आइए मणिपुर को विश्वास दिलाएं। सब कुछ बंदूक से हल नहीं होता। प्यार की भी जरूरत होती है। मोहन भागवत को थैंक्यू कहना चाहिए कि उन्होंने ऐसा कहा है।”
ये है मोहन भागवत बयान
नागपुर में सोमवार 10 जून को मोहन भागवत ने कहा था कि “मणिपुर पिछले एक साल से शांति स्थापित होने की प्रतीक्षा कर रहा है। दस साल पहले मणिपुर में शांति थी। ऐसा लगा था कि वहां बंदूक संस्कृति खत्म हो गई है, लेकिन राज्य में अचानक हिंसा बढ़ गई है।”
उन्होंने कहा कि “मणिपुर की स्थिति पर प्राथमिकता के साथ विचार करना होगा। चुनावी बयानबाजी से ऊपर उठकर राष्ट्र के सामने मौजूद समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है।”
#WATCH | Pune, Maharashtra: On RSS chief Mohan Bhagwat’s statement, NCP-SCP MP Supriya Sule says, “I welcome his statement because Manipur is part of India. And when we see our people suffering so much, it is extremely disturbing for all of us. This is something we have been… pic.twitter.com/JgRvnDET6y
— ANI (@ANI) June 11, 2024
मंत्रालय बंटवारे पर सुले का तंज
इसके अलावा, सुप्रिया सुले ने मोदी कैबिनेट में विभागों के बंटवारे पर तंज कसते हुए कहा कि एक पार्टी के पांच सांसद हैं और उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद दिया जाता है और एक पार्टी का सात सांसद है उन्हें राज्य मंत्री बनाया जाता है।
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