Noida: नोएडा में ओखला बैराज से यमुना एक्सप्रेसवे तक एक नए सड़क मार्ग के निर्माण की योजना चल रही है, जो क्षेत्र में यातायात की समस्याओं को कम करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। यह एक्सप्रेसवे नोएडा एयरपोर्ट, मयूर विहार और चिल्ला एलिवेटेड रोड से जुड़कर प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ने का काम करेगा। इस योजना से नोएडा के कई सेक्टरों को फायदा होने की उम्मीद है, और इससे दिल्ली से आगरा की दिशा में जाने वाले वाहनों को भी सिग्नल फ्री यात्रा का लाभ मिलेगा।
निर्माण की योजना और संभावित लाभ
Noida के ओखला बैराज से हिंडन-यमुना डूब क्षेत्र होते हुए यमुना एक्सप्रेसवे तक 19 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा। इस मार्ग के निर्माण से क्षेत्रीय यातायात को सुगम बनाने के साथ-साथ नोएडा एयरपोर्ट तक पहुँचने में समय की बचत होगी। इसके अतिरिक्त, एक्सप्रेसवे के आसपास की प्रॉपर्टी में भी भारी वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। निर्माण के दौरान रैप निकाले जाने से आने-जाने वाले लोगों को भी आसानी होगी।
नेशनल हाईवे का दर्जा दिलाने की कवायद
Noida प्राधिकरण के सीईओ, लोकेश एम, ने प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर इस एक्सप्रेसवे को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा दिलाने की मांग की है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग से भी समर्थन की अपील की गई है। वर्तमान में, दो योजनाओं पर काम चल रहा है: एक 6 लेन का और दूसरा 8 लेन का एक्सप्रेसवे।
नोएडा अथॉरिटी के सीईओ के घर ईडी का छापा, 1 करोड़ कैश और 19 करोड़ की जूलरी बरामद
ग्रेटर नोएडा और Noida के सेक्टरों को लाभ
उम्मीद की जा रही है कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से नोएडा के सेक्टर 150 से 160, 162 से 164, और ग्रेटर नोएडा के कई सेक्टरों को भी फायदा होगा। साथ ही, दिल्ली से आगरा की ओर जाने वाले यात्रियों को भी सिग्नल फ्री यात्रा का अवसर मिलेगा। सीईओ ने हाल ही में शासन के सीनियर अधिकारियों को पुश्ता रोड को राष्ट्रीय हाईवे में शामिल करने और नए एक्सप्रेसवे की योजना पर प्रस्ताव देने की बात की है।
निवेश और मूल्यांकन
एनएटएआई की कंसल्टेंट कंपनी ने पुश्ता रोड का निरीक्षण किया और एक्सप्रेसवे के निर्माण और निवेश के संभावित लाभों का आकलन किया। कंपनी ने यह भी देखा कि राष्ट्रीय हाईवे का दर्जा दिलाने के लिए संभावित बाधाओं का भी विश्लेषण किया गया है।
इस नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से नोएडा और उसके आसपास के क्षेत्रों में यातायात की समस्याओं में कमी आने की उम्मीद है, साथ ही यह क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि में भी योगदान देगा।