नई दिल्ली। 13 दिसंबर 2001 में देश के संसद (Parliament) पर हुए आत्मघाती हमले के बरसी के दिन एक बार फिर सुरक्षा में चूक का सामना करना पड़ा. इसके आरोपियों में से एक नीलम के परिजनों ने अब कोर्ट का रूख किया है. उन्होंने कोर्ट में अर्जी दाखिल की है.
परिवारवालों ने पटियाला कोर्ट में दाखिल की अर्जी
संसद (Parliament) परिसर में गैस केन का प्रयोग करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके छठे आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस सबके भूमिका की जांच कर रही है. लेकिन अब इसी बीच महिला आरोपी नीलम के परिवारवालों ने पटियाला कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की है.
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हरियाणा के जींद की रहने वाली है महिला आरोपी
बता दें कि संसद (Parliament) भवन में हमला करने की आरोपी नीलम हरियाणा के जींद में स्थित घसो कला की रहने वाली है. ये खुद को कार्यकर्ता मानती है. ये कई तरह के विरोध प्रदर्शन में सक्रीय रह चुकी है. वह घरवालों को यह कहकर बाहर गई थी कि वो आंदोलन में हिस्सा लेने जा रही है.
आत्मदाह करने की योजना भी बनाए थे आरोपी
संसद (Parliament) की सुरक्षा में चूक का फायदा उठाकर आरोपियों ने परिसर के अंदर कलर गैस का यूज किया और तेज-तेज से नारे लगाने लगे. अब इन आरोपियों को गिरफ्तार करके पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में एक बड़े बात का खुलासा हुआ है. इसमें मीडिया रिपोर्ट की माने तो आरोपियों द्वारा संसद भवन में आत्मदाह करने की भी तैयारी थी.
शून्यकाल के दौरान संसद भवन में उड़े कलर गैस
गौरतलब है कि आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी नामक दो आरोपी सदन के शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए थे. इसके बाद दोनों आरोपियों ने गैस केन से पीली रंग की गैस उड़ाते हुए नारेबाजी की. हालांकि इसके बाद सांसदों ने उनको पकड़ लिय़ा था. ठीक इसी समय संसद (Parliament) भवन के बाहर भी अन्य दो आरोपी जिनका नाम अमोल शिंदे और नीलम वर्मा है, केन से रंगीन धुंआ फैलाते हुए तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगाए. जबकि पांचवा आरोपी ललित झा ने परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन के वीडियो को सोशल मीडिया पर कथित तौर पर प्रसारित करने का काम किया था.