Haryana में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में बगावत रुकने का नाम नहीं ले रही है. हाल ही में पहली सूची जारी होने के बाद से कई नेताओं ने पार्टी छोड़ने और विरोध जताने का सिलसिला शुरू कर दिया है. इसमें पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक समेत आठ प्रमुख नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है. कुछ नेताओं ने भाजपा छोड़ने का ऐलान किया है और इसके लिए अपने समर्थकों की बैठक भी बुलाई है.
कांग्रेस में भी बगावत का दौर
कांग्रेस की 32 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद से ही बगावत के स्वर उठने लगे हैं. बरोदा से इंदुराज नरवाल को टिकट मिलने के बाद, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी कांग्रेस नेता डॉ. कपूर सिंह नरवाल ने इस्तीफा दे दिया. उनका आरोप है कि हुड्डा परिवार ने उनकी राजनीतिक हत्या की है.
भाजपा में बढ़ते इस्तीफे
भाजपा में इस्तीफों की लंबी कतार बन गई है. पूर्व मंत्री बच्चन सिंह आर्य और कैलाशचंद पाली ने नाराजगी जाहिर करते हुए क्रमश: सफीदों और महेंद्रगढ़ से नामांकन भर दिया है. अन्य नाराज नेताओं में पूर्व विधायक बलकौर सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रीतम खोखर, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष अमित अहलावत, पूर्व उम्मीदवार दाताराम और भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष मीना चौहान शामिल हैं. मीना चौहान ने नीलोखेड़ी से टिकट न मिलने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने स्थिति को संभालने के लिए पार्टी नेताओं से बातचीत की है. भाजपा के सह-प्रभारी बिप्लब देव ने पूर्व मंत्री कर्णदेव कांबोज से मुलाकात की और उन्हें हाईकमान के सामने बात रखने का आश्वासन दिया. साथ ही, शीर्ष नेतृत्व ने प्रत्याशियों को निर्देश दिए हैं कि वे बागी नेताओं से संपर्क कर उनकी समस्याएं सुलझाएं.
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कांग्रेस के आंतरिक विवाद
कांग्रेस में भी अंदरूनी खींचतान तेज हो गई है. साढौरा से विधायक रेनू बाला को टिकट मिलने से नाराज उनके समर्थक बृजपाल छप्पर और उनकी पत्नी पिंकी ने बसपा का दामन थाम लिया. इस पर बसपा के स्थानीय नेताओं ने भी इस्तीफा देना शुरू कर दिया है. वहीं, कांग्रेस के पूर्व विधायक अनिल धनतोड़ी ने कहा कि वे “नोटा” का बटन दबाएंगे, लेकिन रामचरण काला को वोट नहीं देंगे.
Haryana में राजनीतिक बगावत और आंतरिक संघर्ष ने दोनों प्रमुख दलों, भाजपा और कांग्रेस, को कठिन स्थिति में डाल दिया है. चुनावी माहौल गरमाया हुआ है और आगामी रणनीतियां इन बागी नेताओं के निर्णयों पर निर्भर करती हैं.