नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से बिहार का राजनीतिक पारा काफी उपर चल रहा है. बिहार के सीएम एवं जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने आरजेडी का साथ छोड़कर फिर से एक बार एनडीए में शामिल हो गए. इसके बाद से यहां पर राजनीतिक पारा ऊपर चढ़ा हुआ है.
बिहार में जारी है सियासी रस्साकसी
सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होने वाला है. फ्लोर टेस्ट से पहले सूबे में एनडीए एलायंस और विपक्ष के गठबंधन के सियासी रस्साकसी जारी है. यहां पर राजनीतिक दलों का अंदरूनी तनाव लगातार जारी है. शनिवार से सभी दल अपने-अपने विधायकों को लेकर सतर्क हैं.
बीजेपी के पास सबसे ज्यादा 78 विधायक
अगर बिहार के सियासी समीकरण की बात करें तो यहां पर सत्ताधारी एनडीए एलायंस के पक्ष में कुल 128 विधायक हैं. इसमें से सबसे ज्यादा बीजेपी के पास 78, दूसरे नंबर पर सीएम नीतीश कुमार के जदयू में 45 और हम पार्टी के पास 4 के अलावा 1 निर्दलीय विधायक का भी समर्थन प्राप्त है.
115 है विपक्षी विधायकों की संख्या
दूसरी तरफ अगर विपक्ष की बात करें तो लालू यादव की राजद के पास सबसे ज्यादा 79 विधायक, कांग्रेस के पास 19, माले 12, सीपीआई 2 और एआईएमआईएम के पास 1 विधायक हैं. इस तरह विपक्ष के कुल विधायकों की संख्या 115 है.
सोमवार के फ्लोर टेस्ट पर सबकी नजरें
गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार एनडीए के साथ जुड़ कर बिहार के सियासत को एक बार फिर पलटने का काम किया है. अब सबकी नजरें सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट पर है, अगर कुछ खास परिवर्तन नहीं होता है तो यहां पर नीतीश की नेतृत्व वाली एनडीए एलायंस की सरकार बनेगी.