नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव की तरफ से बयानबाजी शुरु हुई थी. इसके बाद दोनों देशों के बीच विवाद देखा गया. इंडिया के लोगों द्वारा बॉयकाट लक्षद्वीप सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा. इसी बीच मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू पांच दिवसीय दौरे पर चीन गए हुए थे. यहां पर इन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की.
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चीन से लौटते ही बदला मालदीव राष्ट्रपति का रूख
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अपने पांच दिवसीय चीन दौरे के बाद स्वदेश लौट आए हैं. मालदीव लौटने के बाद इन्होंने कहा कि हमें धमकाने का लाइसेंस किसी के पास नहीं है. हालांकि इस दौरान इन्होंने प्रत्यक्ष रूप से किसी का नाम नहीं लिया. लेकिन माना जा रहा है कि उनका इशारा भारत के तरफ था.
विवाद के बाद सोशल मीडिया पर ट्रेंड किया बॉयकॉट मालदीव
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव के मंत्रियों द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी सामने आई थी. इसके बाद मालदीव सरकार ने अपने तीन मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया. इसके बाद ट्वीटर पर बॉयकॉट मालदीव भी ट्रेंड किया. भारत की तरफ से कई चर्चित चेहरों ने लक्षद्वीप यात्रा करने की तारीफ की.
कोरोना से पहले चीन से आते थे सबसे ज्यादा पर्यटक
मालदीव और भारत के बीच राजनयिक विवाद बढ़ा हुआ है. दरअसल देश में चल रहे मालदीव बॉयकॉट ट्रेंड को लेकर मुइज्जू ने चीन से अपील की है कि वो अधिक से अधिक पर्यटकों को मालदीव भेजे. बिजनेस फोरम को संबोधित करते समय उन्होंने कहा कि कोरोना से पहले हमारे यहां सबसे ज्यादा पर्यटक चीन से आते थे. इसलिए मेरा अनुरोध है कि चीन ऐसी कोशिशें और करनी चाहिए.
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