नई दिल्ली। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल अपनी मांगों कई गांवों के किसान दिल्ली कूच कर रहे थे, लेकिन अब प्रशासन की तरफ से आश्वासन के बाद एक्सप्रेस-वे के पास से प्रदर्शन कर रहे किसान हटने लगे हैं. किसान नेताओं की माने तो मांगों को पूरा करने के लिए प्रशासन की तरफ से एक हाईपावर कमेटी का गठन किया जा रहा है. इस कमेटी का काम मांगों पर विचार करना और उनका समाधान करना होगा.
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बढ़े हुए मुआवजों को लेकर प्रदर्शन
बता दें कि विकसित भूखंडों और बढ़े हुए मुआवजों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने अपनी मांगों को लेकर संसद भवन का घेराव करने की भी चेतावनी दी थी. प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर थी. इसके मद्देनजर दोनों राज्यों के सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कई जगहों पर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी.
किसान नेताओं ने ये कहा
बता दें कि किसानों की मांग ये है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में दिसंबर 2023 में स्थानीय प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहित किसानों की जमीन बदले बढ़े हुए मुआवजों की मांग हो, वहीं इसके अलावा विकसित भूखंडों की भी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन की जा रही थी. धरना प्रदर्शन में गए किसानों ने कहा कि उनके साथ धोखेबाजी की जा रही है. हमको जो आश्वासन दिए जा रहे हैं, वो पूरा नहीं हो रहे. इन्हीं मांगों को लेकर हम लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
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