अयोध्या : ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुँच चुकी है। इस बार एक बहुत ही विशेष अवसर है जब PM नरेंद्र मोदी स्वयं राम मंदिर में मौजूद रहेंगे, और इस शुभ अवसर पर मंदिर का उद्घाटन होगा। राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराने का ऐतिहासिक क्षण नजदीक आ गया है। इसे लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। वहीं ध्वजारोहण समारोह से पहले अयोध्या एयरपोर्ट पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कई अति विशिष्ट अतिथि (VVIP) शामिल होंगे, ऐसे में एयरपोर्ट पर लगभग 80 चार्टर्ड विमानों के उतरने की संभावना है। राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुंचे और उन्होंने व्यवस्थाओं का विस्तृत निरीक्षण किया।
राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया 2020 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भूमि पूजन के साथ शुरू हुई थी, और अब यह मंदिर अपने भव्य रूप में तैयार हो रहा है। राम मंदिर केवल धार्मिक दृष्टि से नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और सांस्कृतिक दृष्टि से भी एक प्रतीक है, जो भारत की धार्मिक विविधता और गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है।
PM मोदी का शुभ मुहूर्त में उपस्थित होना
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का यह अवसर विशेष रूप से शुभ माना जा रहा है। PM नरेंद्र मोदी द्वारा इस कार्यक्रम में शिरकत करने का ऐलान पहले ही किया जा चुका है। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है, “यह दिन भारतीय संस्कृति और विश्वास का प्रतीक है, और राम मंदिर से जुड़ी हर एक क्रिया भारतीयता की संजीवनी शक्ति को उजागर करती है। 25 नवंबर को लेकर होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग 4 घंटे अयोध्या में प्रवास करेंगे। उनके दौरे की शुरुआत सप्त ऋषि मंदिर से होगी, जहां सातों ऋषियों की प्रार्थना और विशेष वैदिक पूजा संपन्न होगी। इसके बाद PM शेषावतार मंदिर में लक्ष्मण जी के सम्मुख आराधना करेंगे। धर्म ध्वज फहराने का शुभ मुहूर्त 11:58 बजे से दोपहर 1 बजे तक निर्धारित है। इसी पवित्र समयावधि में प्रधानमंत्री राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज पताका फहराएंगे। ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री मोदी देश को संबोधित करेंगे और निर्माण कार्य की पूर्णता की घोषणा करेंगे।








