नई दिल्ली। राज्यसभा चुनाव में हिमाचल की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस को बड़ा झटका लगते हुए दिख रहा है. यहां पर बीजेपी ‘ऑपरेशन लोटस’ की तैयारी में जुटी हुई है. ऐसी बातें सामने आई हैं कि हिमाचल में कांग्रेस दो धड़ों में बंटी हुई हैं, सूत्रों की माने तो यहां पर 9 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. बता दें कि यूपी में आधे दर्जन से अधिक विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. अब कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश में बड़ा खेला होते हुए दिखाई दे रहा है. दरअसल यहां पर आधा दर्जन से अधिक विधायकों के क्रॉस वोटिंग की जानकारी सामने आई है. ये पूरा सियासी दावं पेंच सिर्फ एक राज्यसभा सीट के लिए हो रहा है.
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हिमाचल में दो धड़ों में बंटा दिख रहा कांग्रेस धड़ा
खबर आ रही है कि कांग्रेस की करीब 9 विधायकों ने पार्टी प्रत्याशी के बजाय, भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की है. इसके पीछे की बड़ी वजह गुटबाजी बताई जा रही है. दरअसल यहां पर कांग्रेस दो धड़ों में बंटी हुई दिखाई देती है. पहला प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में वीरभद्र समर्थकों का है, जबकि दूसरा धड़ा सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ जुड़ा है.
सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के लिए खतरा
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 1 राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी को उम्मीदवार बनाया है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने वीरभद्र सिंह के करीबी हर्ष महाजन को प्रत्याशी बनाया है. महाजन के कांग्रेस विधायकों के साथ अच्छे संबंध होने की भी चर्चा है. इससे सतर्क कांग्रेस ने एक दिन पहले विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों को पार्टी लाइन में रहकर वोट करने के लिए कहा था, लेकिन अब सुक्खू सरकार के लिए खतरे की आंशका जताई जा रही है. इसका असर हिमाचल के 68 विधायकों की स्ट्रेंथ पर भी पड़ सकता है.
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