लखनऊ। दूध का जला छाछ फूंक- फूंक कर पीता है. इन दिनों इसके जीता जागता उदाहरण हैं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव है. दरअसल राज्य सभा चुनाव में मंथन, गठजोड़, गठबंधन और फिर खंडन ये सारी चीजें सपा प्रमुख अखिलेश के साथ एक साथ हो गई. इन सबके के बाद उन्होंने बिना लड़े ही अब विधान परिषद के चुनाव में हथियार डाल दिया है. दरअसल अपनों के दगाबाज होते ही अखिलेश का विश्वास इस कदर हिला हुआ है कि आज-कल वो अपनी परछाईं पर भी विश्वास भी नहीं कर पा रहे हैं.
यह भी पढ़ें- कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा के बाद पवन खेड़ा का बड़ा बयान- ‘पार्टी सिर्फ जीतने के लिए चुनाव लड़ रही’
लोकसभा से पहले सपा की अग्निपरीक्षा
राजनीति का खेल बड़ा निराला है. इसमें कब शह मिले और कब मात कोई नहीं जानता और चुनाव नजदीक हो तो फिर सियासी उठापटक और तेज होना लाजिमी है. 24 चुनाव से पहले सपा का MLC चुनाव इम्तिहान की घड़ी है. लेकिन अखिलेश यादव के सामने एक नहीं 100 मुश्किलें खड़ी है. लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में एमएलसी की 13 सीटों पर 21 मार्च को चुनाव होने हैं. सपा और बीजेपी दोनों ही राजनीतिक दल इसकी तैयारी में जुटे हैं. सपा ने अपने तीन उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है और पार्टी ने अतिरिक्त कैंडिडेट उतारने से इनकार किया है. क्योंकि सपा को क्रास वोटिंग का खतरा मंडरा रहा है.
1 MLC के लिए बहुमत का आंकड़ा 29 विधायक
बता दें कि 1 MLC सीट के लिए बहुमत का आंकड़ा 29 विधायक वोटों का है. सपा 1 अतिरिक्त कैंडिडेट उतारती है तो 6 और विधायकों की जरुरत कांग्रेस और सपा के कुल 110 विधायकों का वोट है. ऐसे में गठबंधन के पास तीन उम्मीदवारों की जीत के लिए पर्याप्त बहुमत है. वहीं अतिरिक्त उम्मीदवार उतारने पर दल के लिए मुश्किल पैदा हो सकती है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की बात करें. तो बीजेपी ने 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारें हैं. राज्यसभा चुनाव में मिली जीत से जहां एक तरफ बीजेपी का आत्म विश्वास बढ़ा हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के पास पर्याप्त संख्या भी है.
13 एमएलसी का कार्यकाल हो रहा समाप्त
दरअसल यूपी में 13 एमएलसी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. जिनमें बीजेपी के 10, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और अनुप्रिया पटेल के अपना दल के एक-एक सदस्य शामिल हैं. अगर सपा-बीजेपी के तमाम उम्मीदवार जीतते हैं तो बीएसपी का हाथ खाली रहने वाला है. वहीं अखिलेश यादव का डर और हाल में मिली हार कहीं न कहीं बीजेपी की डगर को आसान कर रहा है.
यह भी देखे- Ghaziabad News : गाजियाबाद वासियों को जल्द मिलने जा रहा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम | Breaking