सिडनी के बॉन्डी बीच पर ‘देवदूत’ बना सीरियाई फल विक्रेता: अपनी जान की परवाह किए बिना आतंकी से छीनी राइफल, बचाई दर्जनों जानें

सीरियाई प्रवासी अहमद अल अहमद सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुए आतंकी हमले के दौरान हीरो बनकर उभरे। अपनी जान की परवाह न करते हुए, अहमद ने हमलावर पर कूदकर उसकी राइफल छीन ली, जिससे कई निर्दोष लोगों की जान बची। उन्हें दो गोलियां लगी हैं और वह अस्पताल में हैं, लेकिन उनका साहस अब पूरे ऑस्ट्रेलिया में चर्चा का विषय है।

Bondi Beach

Bondi Beach terrorist attack: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 14 दिसंबर 2025 को बॉन्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान हुए भयानक आतंकी हमले में जब 16 लोगों की मौत हो गई और 40 घायल हुए, तब सीरियाई प्रवासी अहमद अल अहमद एक असाधारण हीरो बनकर सामने आए। फल बेचने वाले अहमद अपने कजिन के साथ कॉफी पी रहे थे, तभी गोलीबारी शुरू हुई। अपनी आंखों के सामने सीरिया का सिविल वॉर देख चुके अहमद ने तुरंत फैसला लिया। अपने कजिन से यह कहते हुए कि, “मैं मरने जा रहा हूं, फैमिली को बताना कि मैं लोगों की जान बचाने के लिए आगे बढ़ा,” उन्होंने सीधे बंदूकधारी की ओर दौड़ लगा दी।

अहमद ने हमलावर पर छिपकर वार किया, उसे जमीन पर पटका, और संघर्ष करके उसकी राइफल छीन ली। इस दौरान उन्हें दो गोलियां लगीं। उनका यह अभूतपूर्व साहस, जिसने निश्चित रूप से और लोगों की जान बचाई, उन्हें पूरे देश में एक प्रेरणा बना गया है। उनका इलाज सेंट जॉर्ज अस्पताल में चल रहा है और उनके लिए $3 लाख डॉलर से अधिक की क्राउड फंडिंग की जा चुकी है, जिसमें अमेरिकी अरबपति बिल एकमैन भी शामिल हैं।

जान बचाने के लिए मौत को चुनौती

सिडनी के दक्षिण में सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल के बाहर, अहमद के कजिन जॉजे अल्कांज ने उस भयावह पल को याद किया जब गोलियों की आवाज सुनकर वे डर गए थे। अल्कांज के मुताबिक, अचानक गोलीबारी शुरू होने पर अहमद ने उन्हें कहा कि वह अब मरने जा रहे हैं और उनके परिवार को बता दें कि उन्होंने लोगों की जान बचाने के लिए यह कदम उठाया।

अहमद कार पार्क से होते हुए बंदूकधारी के करीब पहुंचे। एक खड़ी कार के पीछे छिपकर, उन्होंने हमलावर पर छलांग लगा दी। अहमद ने आतंकी को तब तक जकड़े रखा जब तक कि राइफल उसके हाथों से छूट नहीं गई। फिर उन्होंने राइफल उठाकर उस पर निशाना साधा, और बाद में उसे एक पेड़ के सहारे रखकर पीछे हट गए। हालांकि, इस संघर्ष के दौरान उन्हें बाएं कंधे के ऊपरी हिस्से में दो गोलियां लगीं।

पिता ने बताया ‘हीरो’, दुनिया कर रही मदद

Bondi Beach  हमले के बाद अहमद को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी सर्जरी हुई। उनके पिता ने अरबी में बात करते हुए अपने बेटे को ‘हीरो’ बताया। उन्होंने कहा, “उसने कहा कि वह ऊपरवाले का शुक्रगुजार है कि वह ऐसा कर पाया, बेगुनाह लोगों की मदद कर पाया और लोगों को इन राक्षसों, इन हत्यारों से बचा पाया। वह एक हीरो है।”

अहमद के साहस को देखते हुए, ऑस्ट्रेलिया में उनके लिए क्राउड फंडिंग शुरू की गई है। कार हब ऑस्ट्रेलिया द्वारा की जा रही इस पहल में, उनके लिए पहले ही $3 लाख डॉलर (ऑस्ट्रेलियाई डॉलर) से अधिक राशि जमा की जा चुकी है। इसमें अमेरिकी अरबपति बिल एकमैन का $1 लाख डॉलर का दान और कार हब का $50 हजार डॉलर का योगदान शामिल है।

एंटीसेमिटिक हमले का भयानक मंजर

यह Bondi Beach  आतंकी हमला Bondi Beach पर यहूदी समुदाय के हनुक्का त्योहार के दौरान किया गया था। हमलावर पिता-पुत्र साजिद अकरम (50) और नवीद अकरम (24) थे। साजिद को पुलिस ने मौके पर मार गिराया, जबकि नवीद घायल अवस्था में पुलिस हिरासत में है। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने इसे “शुद्ध बुराई (Pure evil)” बताते हुए सख्त गन लॉ की आवश्यकता पर बल दिया है। हमलावरों की कार से आईएस के झंडे मिलने के बाद इसे यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया एक एंटीसेमिटिक आतंकी हमला माना जा रहा है।

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