नई दिल्ली: कुछ लोग दिलों में इस तरह से उतर जाते हैं कि मरने के बाद भी लोग उन्हें भुला नहीं पाते हैं। जी हां इस बात का इतिहास गवाह रहा है जिन लोगों ने अपने देश और लोगों के लिए कुछ महान और अच्छे काम किए हैं उन्हें मरने के बाद भी याद किया जाता रहा है। इन्हीं में से एक हैं मशहूर गुजराती राइटर तारक मेहता (Tarak Mehta)
26 दिसंबर साल 1929 को जन्मा ये महान लेखक आज भले ही इस दुनिया में मौजूद न हो लेकिन आज भी उनकी कुछ महान रचनाएं उन्हें लोगों के बीच जिंदा रखे हुए है। हम बात कर रहे कॉमेडी सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) की। इस सीरियल को आप आज भी देखकर अपनी हंसी रोक नहीं पाते है लेकिन क्या आप जानते हैं इसे बनाने में किस श्ख्स की सबसे अहम भूमिका रही है अगर नहीं तो चलिए आज आपको इससे रूबरू कराते हैं।
TRP की रेस में ज्यादातर अव्वल बने रहने वाला तारक मेहता का उल्टा चश्मा 15 साल पहले सोनी सब टीवी पर ऑन एयर हुआ था। जेठालाल की ये मशहूर कहानी मशहूर गुजराती राइटर तारक मेहता (Tarak Mehta) के कॉलम दुनिया ने ऊन्धा चश्मा से इंस्पायर्ड है। चित्रलेखा के गुजराती एडिशन के लिए तारक मेहता ये दिलचस्प कॉलम लिखते थे। कुछ साल बाद उन्होंने अपने कॉलम से किताब बनाई और असित मोदी ने इसी किताब से सब टीवी के लिए तारक मेहता का उल्टा चश्मा बनाया।
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आपको बता दें, सिर्फ यही सीरियल नहीं बल्कि गुजराती साहित्य और थिएटर में तारक मेहता (Tarak Mehta) का बहुत बड़ा योगदान रहा है। साल 2015 में तारक मेहता को उनकी लेखन कला के लिए केंद्र सरकार की तरफ से पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। 1 मार्च साल 2017 को इस महान शख्सियत ने इस दुनिया से हमेशा-हमेशा के लिए रुखसती ले ली थी।