
पुलिस के मुताबिक, वे दोपहर में भोजन करने के बाद अपने PG लौट रही थीं और रेलवे ट्रैक पार कर रही थीं, तभी ट्रेन उनकी चपेट में आ गई। रेलवे पुलिस यह भी जाँच कर रही है कि यह एक दुर्घटना थी या आत्महत्या का मामला। घटना स्थल के CCTV फुटेज और अन्य साक्ष्यों की व्याप्त जाँच की जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही बेंगलुरु ग्रामीण रेलवे पुलिस और यशवंतपुर रेलवे पुलिस स्टेशन ने एक असामान्य मृत्यु रिपोर्ट (Unnatural Death Report, UDR) भी दर्ज की है।
घायलों की शव इतनी गंभीर स्थिति में पाए गए कि उन्हें तुरंत एम.एस. रमैया अस्पताल (MS Ramaiah Hospital) भेजा गया, जहां पोस्ट-मार्टम प्रक्रिया चल रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि दोनों छात्राओं के परिवार के सदस्य बेंगलुरु पहुंच चुके हैं और आगे की कानूनी प्रक्रियाएँ जारी हैं। यह हादसा न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि रेलवे सुरक्षा, ट्रैक पार करने की खतरनाक स्थिति और छात्रों की सुरक्षा को लेकर सवाल भी खड़े करता है। रेलवे विभाग और पुलिस अब इस मामले की गहन जाँच में जुटी हुई है और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए कदम उठाने की संभावनाओं पर विचार कर रही है।